बलिया। शासन-प्रशासन की शिथिलता से गंगा की बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों का दर्द निरन्तर बढ़ रहा है. सर्वाधिक विषम स्थिति गंगा पार दियारे स्थित ग्रामसभा शिवपुर दीयर नम्बरी, जवहीं तथा परानपुर की है, जहां बाढ़ पीड़ित टकटकी लगाए प्रशासन के राहत कार्यों का प्रतीक्षा कर रहा है.
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बेलहरी विकासखण्ड के राजपुर, नेमछपरा, बबुरानी तथा उदवन्त छपरा में बाढ़ पीड़ित छतों पर शरण लिए हुए हैं. राष्ट्रीय प्रभारी रमाशंकर तिवारी ने मंगलवार को दुबहर स्थित राहत शिविर में अधिकारियों से पीड़ितों की जानकारी लेने तथा सीताकुण्ड, परसिया तथा हल्दी में बाढ़ से बेघर सड़क पर आये लोगो की आप बीती सुनने के बाद कही.
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उन्होनें कहा कि प्राप्त संकेतों को देखते हुए बाढ़ की स्थिति जल प्रलय की ओर सोचने को मजबूर कर रही है. जानकारी दी कि बेलहरी विकास खण्ड के दो दर्जन गांव बाढ़ विभिषिका से जूझ रहे है, जहां राहत सामग्री की सख्त जरूरत है. कहा राहत शिविर अभी तक कागजी आंकड़े में उलझे हुए है. उन्होने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया है. भ्रमण के दौरान श्री तिवारी के साथ अजय पाल सिंह यादव, पिन्टू पासवान आदि थे.
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