सिनेमा स्क्रीन के साथ – साथ टीवी चैनलों पर भी अपना जलवा कायम रखने वाले अभिनेताओं की सूची में अब भोजपुरी के फिटनेस आइकॉन विक्रांत सिंह राजपूत का भी ना जुड़ गया है. वे इन दिनों टीवी चैनलों के चहेते बनते जा रहे हैं.
श्रीराम चरित मानस नवान्ह परायण का भव्य कलश शोभायात्रा का शुभारंभ शुक्रवार को हाथी ऊंट ,घोड़े, गाजे – बाजे के साथ निकाला गया जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए.
जनपद में जगह-जगह 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाया गया. सनातनियों ने बुधवार को अपने घर पर आयोजन करके बच्चों को दीर्घजीवी एवं यशस्वी बनने का आशीर्वाद दिया.
बसंत ऋतु को प्रेम का महीना कहा जाता है और उसमें भी अभी वेलेंटाइन वीक चल रहा है, इसी बीच भोजपुरी युवा दिलों के धड़कन अरविंद अकेला कल्लू का नया रोमांटिक गाना “कमी माल के बा” रिलीज हो गया है
जनपद बलिया में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना अन्तर्गत उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान व सेवायोजन विभाग के संयुक्त तत्वधान से विकास खंड स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है.
अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर में स्थापित हो रहे प्रभु के प्रतिमा के उपलक्ष में श्रीराम जानकी मंदिर छड़हर पर पिछले 12 तारीख से विभिन्न पूजन एवं अनुष्ठान चल रहे हैं .
केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी जलमार्ग परियोजना के तहत कोलकाता से अयोध्या के मध्य सरयू नदी के इस मार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 40 घोषित किया गया है.
ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर 3 दिसंबर यानि रविवार को भोजपुरी कलाकारों का जमावड़ा होगा. इसमें पार्श्व
गायिका कल्पना पोटोवारी व भोजपुरी अभिनेत्री मुंबई की डिंपल सिंह की प्रस्तुति होगी.
उस प्रार्थना पत्र की महत्ता को समझते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार शुक्रवार को जनपद के जिला राजकीय पुस्तकालय पहुंचे और छात्रा की मांग वाली उपयोगी किताबें दान किया.
काफी प्रयास के दौरान अगर नौकरी नहीं मिलती तो लोग हार मानकर निराश होकर घर बैठ जाते हैं. ऐसे तमाम लोगों के लिए एक किसान प्रेरणास्रोत का माध्यम बनकर सामने आया है.
गौरतलब है कि 1922 से नगवा में अनवरत रामलीला का मंचन ग्रामीणों के द्वारा किया जा रहा है, जिसके 100 वर्ष पूरे होने पर कमेटी के सभी नए तथा पुराने कलाकारों को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया.
इसके अतिरिक्त नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश की क्रमश: 120, 60 एवं 40 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से देना चाहिए. नाइट्रोजन की एक तिहाई एवं फास्फोरस, पोटाश की पूरी मात्रा अंतिम जुताई से पहले खेत में मिला देना चाहिए.