ददरी मेला में भारतेन्दु मंच पर कव्वाली मुकाबला आज

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शनिवार को रात 8 बजे से ददरी मेला के भारतेन्दु कला मंच पर शानदार दो गोला कौव्वाली का मुकाबला होगा.

कील रूपी हरि के शरण में जाने से ही मिलेगा माया से छुटकारा

भारतेन्दु सत्संग मंच मेला ददरी में चतुर्थ दिवसीय सत्संग के तीसरे दिन पं. विजय नारायण शरण जी ने कहा कि घोर कलियुग में माया रूपी चक्की में पीसने से बचने के लिए एक मात्र कील रूपी हरि के शरण में जाना पड़ेगा, जैसे की कबीर बाबा का दोहा चलती चक्की देखकर दिया कबिरा रोय, दो पाटन के बीच में, साबुत बचा न कोय, वहीं पर कमाल जी का दोहा मिलता है चलती चक्की देखकर हंसा कमाल उठाय.

चेहल्लुम के जुलूस में जंजीरी मातम देख भर गई आंखें

मोहल्ला बिशुनीपुर स्थित स्व. मुनीर हसन जैदी साहब के इमाम बार गाह से गत वर्षों की तरह 25 सफर को अपरान्ह चेहल्लुम के अवसर पर अंजमुन हाशिमियां के तत्वावधान में जैसे ही तबरूकात बरामद हुए, वैसे ही लोगो की आंखे आंसुओं से भर गईं. लोग शोहदाए कर्बला इमाम हुसैन और उनकी आलव साथियों पर हुए अमानवीय जुल्म की कहानियां सुनकर सीना जनी (मातम) करने लगे.

मंदिर ही नहीं, मेला भी मशहूर है ब्रह्मपुर का

बाबा भोले भंडारी की नगरी ब्रह्मपुर की एक अलग ही विशिष्टता है.. यहां पर हरेक जगह से लोग आते है और बाबा की पूजा अर्चना करते है. महाशिव रात्रि के समय का नज़ारा अद्भुत होता है. ये मंदिर बक्सर, आरा, बलिया, छपरा और सासाराम मे बहुत ज़्यादा प्रसिद्ध है. वैसे तो बिहार और उत्तर प्रदेश के कोने कोने से श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने आते हैं.

माई बिसरी, बाबू बिसरी, पंचकोशवा के लिट्टी-चोखा नाहीं बिसरी

इसे सनातन धर्म की आभा कहें या बक्सर जिला वासियों का संस्कृति से लगाव. बिहार का बक्सर जिला यहां एक दिन बहुत ही खास होता है. इस तिथि को बीस लाख से अधिक लोग एक ही साथ भोजन करते हैं. अगहन कृष्ण पक्ष की इस तिथि को लोग पंचकोश के नाम से जानते हैं. पांच दिनों का मेला जिस दिन समाप्त होता है, उस दिन हर घर में एक ही भोजन बनता है.

क्या तेरा है क्या मेरा है, सारा जहां खुदा का है

जी हां, ऐसा लिखने की वजह कुछ और नहीं, आपसी एकता और भाइचारा है. बुधवार को जब बक्सर शहर के चरित्रवन इलाके में दूर-दराज से आए मेलार्थी पहुंचे तो नजारा देखने लायक था.

जुलूसे चेहल्लुम 24 व 25 को

शिया समुदाय द्वारा 24 और 25 नवम्बर को जुलूसे चेहल्लुम निकाला जाएगा. अंजुमन हाशिमियां के सदर शहंशाह हुसैन जैदी ने बताया कि 24 नवम्बर की शाम शिया जामा मस्जिद बिशुनीपुर के सामने मजलिस को मौलाना फरहत अब्बास साहब ख़िताब करेंगे, इसके बाद सीनाजनी (मातम) करते हुए मोमेनीन दहकते अंगारों पर मातम करेंगे.

धनुष यज्ञ मेलाः घोड़ों की खरीद फरोख्त ठीक ठाक होने से व्यापारियों की बांछे खिलीं

सन्त सुदिष्ट बाबा के आश्रम परिसर कोटवा गांव के पूरब सुदिष्टपुरी में लगने वाले धनुष यज्ञ मेले के प्रथम चरण में लगने वाला अश्व मेला खरीद बिक्री में अपने शुरुआती दौर में ही शबाब पर है. यहां नए व पुराने दोनो तरह के नोटों से खरीद बिक्री होने से अश्व पालक व व्यापारी दोनों उत्साहित हैं.

धरती पर करीब सौ करोड़ प्रकार के रामायण ग्रंथ मौजूद हैं

‘गुरु के रज मात्र से ही सैकड़ों जन्मों के पाप कट जाते हैं. गुरु रज के साथ गुरु चरण जिसने पा लिया, समझो उस जीव का जीवन धन्य हो गया.’ मंगलवार को गाजीपुर के सैदपुर क्षेत्र के देवचंदपुर पेट्रोल पंप स्थित मैदान में आयोजित नौ दिवसीय रामकथा में विख्यात संत श्री प्रेम भूषण जी महाराज ने अपने मुखारबिंद से कहीं.

पंचकोशी परिक्रमा करते तीसरे पड़ाव भभुअर में पहुंचे

बक्सर जिले में आयोजित पंचकोशी परिक्रमा मेले का तीसरा पड़ाव भभुअर में था. यहां भग्र्वेश्वर महादेव की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं ने चूड़ा-दही का प्रसाद ग्रहण किया. पंचकोशी परिक्रमा समिति ने यहां श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था की थी. रात को ठहरने वालों के लिए टेंट आदि का इंतजाम भी किया है.

फातिहा कराया, ताजियों का जुलूस निकाला

मोहर्रम के चेहल्लूम के मौके पर सोमवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने घरों पर फातिहा कराया साथ ही ताजियों का जुलूस निकाला. जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. चांदनी चौक, हाशमी चौक, गंधी, बढ्ढा, मिनापुर मोहल्लों से निकले जुलूस परंपरागत मार्गों से गुजरते हुए रात में दरगाह के मैदान में पहुंचे.

नदांव पहुंची पंचकोशी परिक्रमा, नर्वदेश्वर महादेव का जलाभिषेक

पंचकोशी परिक्रमा यात्रा के दूसरे दिन बक्सर जनपद के नदांव पहुंची. इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों ने अपने स्तर से पूरी तैयारी की थी. गांव में साफ-सफाई और नर्वदेश्वर महादेव मंदिर को भी चकाचक किया गया था. यहां मेलार्थियों ने नारद सरोवर में स्नान किया और नर्वदेश्वर मंदिर में जलाभिषेक भी किया.

भोजपुरिया मिजाज की थाती विवेकी राय चल दिए

यश भारती से सम्मानित विख्यात साहित्यकार डॉ. विवेकी राय का वाराणसी में लंबी बीमारी के बाद मंगलवार की भोर 4.00 बजे निधन हो गया. बड़ी बाग मुहल्ला निवासी डॉ. विवेकी राय की तबियत एक सप्ताह से खराब चल रही थी. उन्हें वाराणसी के एक अस्पताल में भरती कराया गया था. हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वाराणसी स्थित गैलेक्सी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था.

इतवार को नहीं दिखा ददरी मेले में नोट बन्दी का असर

ददरी मेले का पहला रविवार वह दिन था. जिसका इन्तजार ददरी मेले के दुकानदार एक सप्ताह से कर रहे थे. उनके इन्तजार का माकूल तथा उत्साह वर्धक परिणाम सामने आया.

पूरे दिन चला अहिल्या दर्शन और जलेबी अर्पण का सिलसिला

बक्सर के अति प्राचीन पंचकोशी मेला शनिवार को प्रारंभ हो गया. पौराणिक मान्यता के अनुसार हनुमान जी की ननिहाल अहिरौली से इसका आगाज हुआ. प्रथम दिन पहले पड़ाव के रुप में श्रद्धालु अहिल्या मंदिर पहुंचे. गंगा स्नान कर सभी ने मंदिर में जल चढ़ाया.

बालक बाबा के सानिध्य में हरिकीर्तन का शुभारंभ

फेफना क्षेत्र के कर्पूरी गांव के समीप एनएच 31 पर हनुमानगंज ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि सतीश चौधरी का सतीश फिलिंग स्टेशन के उद्घाटन के एक दिन पूर्व संत श्री बालक बाबा के सानिध्य में हरिकीर्तन का शुभारंभ हुआ.

मेलाः भूमि पूजन, सुदिष्ट बाबा, बुढ़वा महादेव और रमजान बाबा को भी गोहराया

पूर्वांचल के प्रसिद्ध धनुष यज्ञ मेला की तैयारियां शुरू हो गई हैं. यह मेला 4 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक चलेगा. परम्परा के अनुसार शुक्रवार को ग्राम प्रधान कोटवा / मेला प्रबन्धक जनक दुलारी देवी अपने परिजनों, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम पंचायत सदस्यों व गणमान्य लोगों के साथ सुदिष्ट बाबा आश्रम परिसर में जाकर मेला के लिए वैदिक मन्त्रोच्चार के बीच भूमि पूजन किया.

ददरी मेला में सत्संग 23 से 26 तक

ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 23 नवंबर से 26 नवम्बर तक दिन में एक बजे से सत्संग होगा. नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण गुप्त ने सभी सत्संग प्रेमी लोगों से इसमें उपस्थित होने का सादर अनुरोध किया है.

ददरी मेलाः 19 घोड़ों पर बीस पड़ा देवरिया का ‘चेतक’

हर साल की भांति इस साल भी हज़ारो उत्साही दर्शकों के बीच नगर पालिका परिषद बलिया द्वारा चेतक प्रतियोगिता का आयोजन गुरुवार को ददरी मेला में कराया गया, जिसमें देवरिया के जितेंद्र सिंह के घोड़े ने अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुए ददरी के चेतक का ताज हथिया लिया.

धर्मदेव बाबा मेमोरियल हाल का उद्घाटन

झण्डा भारती के मठिया गांव में बुधवार को स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय धर्मदेव भारती की स्मृति में बने स्व. धर्मदेव बाबा मेमोरियल हाल का उद्घाटन प्रसिद्ध संत राम बालक दास जी महाराज ने फीता काट कर किया.

गंगा घाट पर संत आसाराम बापू आश्रम में जुटे साधक

कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंगा घाट पर स्थित संत आसाराम बापू के आश्रम में श्री योग वेदांत सेवा समिति बलिया के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी गण एवं साधक साधिका पहुंचे.

एक लाख दीप जला शहीदों को अर्पित किया

श्रीनाथ मठ एवं सरोवर पर सोमवार को छोटी काशी देव दीपावली समिति के तत्वावधान में देव दीपावली महोत्सव आयोजित किया गया. इस अवसर पर समिति ने नगर वासियों के सहयोग से एक लाख दीप जलाए.

यज्ञ के लिए दौलत नहीं, भगवान की कृपा ही पर्याप्त है

श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का हवन पूजन के साथ हुआ समापन. जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर शहीद मंगल पांडेय के पैतृक गांव नगवा में एक सप्ताह से चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन रविवार को देर शाम हवन पूजन के साथ हुआ. इस अवसर पर कथावाचक देवरिया से आए स्वामी राज नारायणाचार्य क्षेत्र की जनता की मंगलमय कामना की.

श्रीकृष्ण-सुदामा प्रसंग की संगीतमय प्रस्तुति ने भावविभोर किया

महर्षि विश्वामित्र की साधनास्थली एवं पौराणिक भूमी बक्सर जनपद के ब्रह्मपुर प्रखंड स्थित उधुरा के श्री राम मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत् कथा ज्ञान यज्ञ में आचार्य प्रेम शंकर जी एवं अरविन्द पाण्डेय की देख रेख में व्यास पीठ का पूजन काशी नाथ पाण्डेय के द्वारा किया गया.

जाने क्यों है कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का महत्व

आज का कार्तिक पूर्णिमा का सृष्टि के आरंभ से ही इस तिथि का खास महत्व रहा है. सिर्फ वैष्णवों और शैवों के लिए ही नहीं, वरन सिखों और जैनियों के लिए भी. अभी आपने देवोत्थानी एकादशी मनाई थी. उस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागे थे. कहते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन उन्होंने पालनकर्ता के रूप में अपनी पूरी जिम्मेदारी उठा ली थी.