बलिया. किन्नर समुदाय को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने और सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए बुधवार को जिला जेल के सामने मॉन्टेसरी जूनियर हाईस्कूल परिसर में कैम्प लगा. इसमें तमाम सरकारी विभागों ने स्टाल लगाकर अपनी योजनाओं की जानकारी दी.
इस मौके पर राशन कार्ड व पेंशन के लाभार्थियों के फॉर्म मौके पर ही भरवाए गए. आयुष्मान भारत के तहत पांच लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बना. मेडिकल चेकअप करने के साथ बच्चों को कुपोषण से बचाव के लिए जागरूक किया गया. बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से किन्नर समुदाय के बच्चों को निःशुल्क किताबें और जूते-मोजे वितरित किए गए. जिलाधिकारी एसपी शाही व सीडीओ विपिन जैन भी कैंप में पहुंचे और विभागीय अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.
जिलाधिकारी ने कहा कि हर पात्र तक योजनाएं पहुंच जाए, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है. जागरूकता के अभाव में या अन्य किसी भी वजह से किन्नर समुदाय के जिन लोगों तक योजनाएं नहीं पहुंच सकी थी, खास तौर पर उनके लिए यह कैंप लगाया गया है. आसपास के काफी लोग भी इसका लाभ लेंगे. पास की कांशीराम आवास कालोनी के तमाम पुरूष-महिलाओं ने भी योजनाओं की जानकारी ली.
कैंप में स्वास्थ्य विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, पूर्ति विभाग, नगरपालिका परिषद, नगरीय विकास अभिकरण (डूडा), विद्युत विभाग, आंगनबाड़ी विभाग ने स्टाल लगाकर अपनी योजनाओं की जानकारी दी. निःशुल्क टीकाकरण, पोषाहार वितरण, कुपोषण आदि के बारे में भी जागरुक किया गया. कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से पांच लोगों का गोल्डेन कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूरी भी हुई. बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से निःशुल्क किताबों का वितरण किया गया. वृद्धा पेंशन का लाभ 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही मिलेगा, लिहाजा इससे कम उम्र के किन्नरों को अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए समाज कल्याण विभाग को 30 लोकल आईडी जेनरेट करने व रजिस्ट्रेशन करने के निर्देश दिए गए. जिन किन्नरों का आधार कार्ड नहीं था, उनका नाम, पता व मोबाइल नम्बर लिया गया, ताकि आसानी से उनका खाता खुलवाकर व अन्य औपचारिकताएं पूरी कर लाभ दिलाया जा सके.