बलिया. मथुरा डिग्री कॉलेज में पिछले पांच दिन से चल रहे 90-यूपी बटालियन एनसीसी के कैम्प में सोमवार को जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही व एसपी डॉ विपिन ताडा पहुंचे. इसमें टीडी कालेज, कुंवर सिंह महाविद्यालय, अमर शहीद भगत शहीद इंटर कालेज व मथुरा पीजी कालेज के एनसीसी कैडेट्स ने प्रतिभाग किया है. डीएम-एसपी ने बेस्ट कैडेट्स को पुरस्कृत कर उनका हौसला बढ़ाया और उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि एनसीसी ट्रेनिंग और कैडेट्स की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हैं. कुछ देश तो ऐसे हैं जहां हर नागरिक को सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य होता है. एनसीसी की ट्रेनिंग सैन्य प्रशिक्षण का ही छोटा हिस्सा है. अनुशासन व टीम वर्क के साथ कैसे किसी अभियान में सफल हों, जरूरत पड़ने पर सेना या सिविल फोर्स या सिविल रूप में उपयोगी बन सकें, यही एनसीसी सिखाती है.
डीएम शाही ने कहा कि जिले में करीब 13 हजार कैडेट्स हैं. कोरोना काल में बैंकों में लाइन लगवाने में, महापुरुषों की मूर्ति वाले चौराहों की सफाई कर उनका सम्मान कायम रखने में, विभिन्न जागरूकता अभियान में इन्होंने अपना योगदान देकर सराहनीय कार्य किया है. इसके लिए बटालियन के सीओ पुनीत अरोड़ा, डीएस मलिक व सभी कैडेट्स के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.
एसपी डॉ विपिन ताडा ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए अपनी टीम के साथ तालमेल बनाकर चलना सबसे जरूरी होता है. ऐसे ही जरूरी ज्ञान एनसीसी ट्रेनिंग में दिए जाते हैं. यहां से सीखी हुई बातें हमेशा जीवन को सार्थक बनाने में काम आएगी. इसमें बालिकाओं की बढ़ती संख्या देखना और भी सुखद है.
कैम्प में डीएम-एसपी को कर्नल पुनीत अरोड़ा ने एनसीसी ट्रेनिंग से जुड़ी पूरी जानकारी दी. कुछ विशेष चित्रों के माध्यम से सेना के बड़े ऑपरेशन्स के बारे में भी बताया. यह भी बताया गया कि मथुरा महाविद्यालय की एनसीसी की यूनिट की कई कैडेट्स सेना में भर्ती हुए. पिछले दो वर्ष में यहां के 46 कैडेट्स सेना में भर्ती होकर देश सेवा में लगे हैं. इसमें एनसीसी के सर्टिफिकेट भी काफी कारगर होते हैं.