बैरिया तहसील दफ्तर की तो सानी नहीं, नल है मगर पानी नहीं

बैरिया : बैरिया तहसील परिसर में पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है. यह समस्या लंबे समय से तहसील के आगंतुक व कर्मचारी सब झेल रहे हैं. कर्मचारियों को पीने का पानी खरीद कर बाहर से मनाना पड़ रहा है.

उनके सामने अन्य दिनचर्या जैसे नहाने, शौच, कपड़ा साफ करने, खाना बनाने आदि के लिए भी पानी का संकट लगभग 2 महीने से है. हैरत इस बात की है कि इस पर कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है.

तहसील परिसर में तत्कालीन सांसद भरत सिंह द्वारा 21 जून 2017 को लगवाया गया वाटर प्यूरीफायर एंड कूलर शुरू होने के 2 माह बाद ही खराब हो गया. कोई पूछने वाला नहीं है. इसका सबसे ज्यादा उपयोग तहसील के आगंतुकों के लिए है. उन्हें निराश होना पड़ रहा है.

तहसील परिसर में कर्मचारी आवास तथा विभिन्न स्थानों पर जलापूर्ति के लिए पानी टंकी की व्यवस्था की गई है. यह पानी टंकी पिछले 2 माह से खराब पड़ा है. जिसे ठीक कराने के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया. पूरे तहसील परिसर की जलापूर्ति ठप है.

कर्मचारी आवास के बीच में यह हैंडपंप लगा है. यह चतुर्थ श्रेणी आवास के बीच में है. इस हैंडपंप से जल आपूर्ति ठप होने से कर्मचारी अपने घरों में पानी ले जाते रहे हैं. लेकिन यह भी लंबे समय से बिगड़ा पड़ा है.

 

कर्मचारी कॉलोनी के बीच यही एकमात्र इंडिया मार्क फोर हैंडपंप है जो ठीक स्थिति में है. इससे ही पूरे कॉलोनी को पानी मिल रहा है. लेकिन यहां स्वच्छता का आलम चित्र से स्पष्ट है.

 

 

SDM आवास से निकलते ही सबसे पहले इसी जल पंप का दर्शन होता है. यह SDM की नजर में है. यह हैंडपंप 3 माह से खराब पड़ा है.

तहसील परिसर में जलापूर्ति समस्या के समाधान के प्रयास के बारे में पूछे जाने पर SDM अशोक चौधरी ने कहा कि जल आपूर्ति की व्यवस्था सांसद निधि से होगी. इसके लिए एस्टीमेट बनाकर सांसद को दिया जा चुका है. जल्द ही पूरे तहसील परिसर की जलापूर्ति समस्या दूर हो जाएगी.

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