बलिया। प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि बाढ पीडितों को राहत सामग्री एवं बाढ्र से प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई, फागिंग, दवा का छिड़काव, क्षतिग्रस्त सडकों की मरम्मत युद्ध स्तर पर किया जाय.
इसे भी पढ़ें – सोहावं में बाढ़ पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री
कहा कि राहत कार्य में धन की कमी नहीं है और इसके लिए सरकार की ओर से पूरा इन्तजाम है. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बाढ से प्रभावित लोगों की सूची जो बन रही है, उसमें कोई वंचित न रहे. पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था के अलावा टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जाय. इसके अलावा पशुओं को खुरपका और मुंहपका रोगों से बचाव के लिए 15 सितम्बर से टीकाकरण कराने का अभियान चलाने को कहा.
इसे भी पढ़ें – कैथवली में 300 तो गोविंदपुर में 630 बाढ़ प्रभावित
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री शुक्रवार को जननायक चन्द्रशेखर सभागार कलेक्ट्रेट में बाढ़ राहत में लगे अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने स्वास्थ्य एवं पंचायत राज विभाग तथा अन्य विभागों की टीम बनाकर प्रत्येक गांव में सफाई, छिड़काव किया जाय तथा कृमिनाशक एवं अन्य दवाओं का वितरण किया जाय. ताकि कोई बीमारी न फैले. जिस गांव का बाढ के कारण सम्पर्क मार्ग टूट गया है तो उसकी मरम्मत कराकर शीघ्र चालू कराया जाय. उन्होंने नाविकों की मजदूरी का भुगतान तत्काल करने को कहा. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि 2013 के बाढ़ से प्रभावित लोगों की सूची को देख लिया जाय. राहत वितरण में पुलिस का भी सहयोग लिया जाय. प्रभावित गांवों में फागिंग करायी जाय यदि मशीन कम पड़े तो और मशीन खरीद ली जाए. उन्होंने कहा कि शहर क्षेत्र में भी कई जगह/मुहल्ले में बाढ़ का पानी आ गया था. उन मुहल्लों में भी फागिंग करायी जाय. काजीपुरा मुहल्ले में साफ-सफाई एवं फागिंग पर विशेष ध्यान दिया जाय. उन्होंने राहत सामग्री के लिए आटा की जगह गेहूं देने का सुझाव दिया. पीडितों तक राहत सामग्री पहुंचे इस पर विशेष ध्यान दिया जाय.
इसे भी पढ़ें – किसी बाढ़ पीड़ित को लोगों ने भूखा नहीं सोने दिया
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण जो जन/पशु हानि हुई है, उनकों रिलीफ तत्काल पहुचायी जाय. कृषि निवेश अनुदान मिल जाय. उन्होंने प्रभावित गांवों में महामारी न फैले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग को तत्परता से एवं तेजी से कार्रवाई करनी होगी. ग्राम प्रधान के पास 10 हजार रुपये की जो अनटाईड फन्ड रहता है, उसका सदुपयोग किया जाय. उन्होंने बाढ के दौरान बचाव एवं राहत कार्यो को तेजी से कराने के लिए जिलाधिकारी के प्रयासों की सराहना की.
इसे भी पढ़ें – सोहावं में बाढ़ के पानी ने ली अधेड़ की जान
पूर्व मंत्री अम्बिका चैधरी ने कहा कि राहत कार्य के लिए शासन द्वारा जो गाइड लाइन्स है, उसके अनुसार कार्य किया जाय. उन्होंने राहत कार्य के बारे में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये. इसके अलावा विधायक जयप्रकाश अंचल और सपा जिलाध्यक्ष संग्राम सिंह यादव ने भी राहत कार्यों के बारे में अपने अनुभव का साझा करते हुए कई महत्वपूर्ण एवं उपयोगी सुझाव दिये. प्रारम्भ में जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस और अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) ने राहत के कार्यों के बारे में तथा गृह अनुदान और क्षतिग्रस्त फसलों के बारे में बीमित किसानों को क्षतिपूर्ति भुगतान के बारे में जानकारी दी. सीएमओ ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई एवं चिकित्सा सुविधाओं के बारे में पूरी जानकारी दी. बैठक में विधायक गोरख पासवान, अपर पुलिस अधीक्षक रामयज्ञ यादव, सीआरओ बीराम एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें – नरही में बाढ़ के पानी में डूबने से एक और मौत