रेवती. बोर्ड परीक्षा के दौरान हुए पेपर लीक के मामले में जिला प्रशासन द्वारा फंसाये गये तीन निर्दोष पत्रकारों की रिहाई तथा जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को निलम्बित करने की मांग को लेकर बलिया बन्द कार्यक्रम के दौरान नगर रेवती में भी अभूतपूर्व बन्दी रही.
उक्त प्रकरण को लेकर व्यापारियों ने संयुक्त पत्रकार मोर्चे के बलिया बंद के आवाहन पर अपनी दुकानें, प्रतिष्ठानों को बंद कर पत्रकारों एवं किसान आदि संगठनों के लोगों के साथ मिलकर धरना दिया.
वक्ताओं ने कहा कि पेपर लीक प्रकरण को पत्रकारों द्वारा उजागर किये जाने पर बलिया जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक अपनी नाकामी छिपाने तथा अपनी गर्दन बचाने के लिए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ निर्दोष पत्रकारों पर फर्जी मुकदमें लादकर उन्हें जेल भेज दिया. लेकिन जिलाधिकारी तथा पुलिस कप्तान को बागी बलिया के इतिहास के बारे में शायद जानकारी का अभाव है. ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को बलिया की धरती पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि यह तो एक दिवसीय बन्दी है. जरूरत पड़ी तो निर्दोष पत्रकार बन्धुओं की रिहाई के लिए हम दो-चार दिन अपनी दुकानों को बंद कर विरोध प्रदर्शन करेंगे. किसान नेता लक्ष्मण पाण्डेय ने कहा कि सरकार पत्रकारों को रिहा करते हुए तत्काल जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को सस्पेंड करे. ऐसे अधिकारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए अभिशाप हैं. धरने के दौरान शिव जी केशरी,सुनील केशरी, जैनुद्दीन, पप्पू केशरी, शंकर पटवा, राजेश केशरी, रमेश माणिक, दहारी पाण्डेय, गुड्डु केशरी, सन्तोष सिंह, जोगिन्दर जी, बुलबुल के अलावे पत्रकार अनिल केशरी, शिवसागर पाण्डेय,महेश कुमार आदि रहे. संचालन वरिष्ठ पत्रकार राम प्रताप तिवारी ने किया.
(रेवती संवाददाता पुष्पेन्द्र तिवारी’सिंधू’ की रिपोर्ट)
रसड़ा: बंद में छात्र और व्यापारी भी सड़क पर उतरे
रसड़ा, बलिया. संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के 16 अप्रैल को बलिया बन्द के समर्थन में पत्रकारों व्यापारिक संगठनों छात्र नेताओं विभिन्न दलों के नेताओं द्वारा बंदी में रसड़ा नगर में भी व्यापारियों ने दो घण्टे अपनी प्रतिष्ठान बंद कर विरोध जताया.
विभिन्न संगठनों के व्यापारी नेता सुरेश चंद्र विनोद शर्मा बीर बहादुर सोनी गोपाल जी गुप्ता श्याम कृष्ण गोयल सुभाष चंद साहू एवम कांग्रेस नेता विशाल चुरसिया समाजसेवी कुंदन कनौजिया के साथ साथ पत्रकार आलोक पांडेय संतोष कुमार सिंह शकील अहमद मतलूब अहमद शिवानन्द बागले अखिलेश सैनी आरिफ अहमद अख्तर जमील विनोद शर्मा नेहाल अहमद कृष्णा शर्मा आशु खरवार नेयाज अहमद आदि ने नगर भ्रमण व्यापारियों से बंद में सहयोग की अपील किया जिस पर व्यापारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर बन्द का समर्थन किया. रोजमर्रा की दुकानें खुली रही. गांधी पार्क में पत्रकारों एवम व्यापारियों ने जमकर नारेबाजी भी किया. हालांकि पुलिस प्रशासन ने अपने तरीके से बंद को असफल करने के लिए हर हतकंडे अपनाये थे.
शुक्रवार की सांय प्रचार वाहन को डांट कर भगा दिया था नगर में दो घण्टे बंदी पूर्णयत बन्द थी. उधर बंद के समर्थन में तहसील में अधिवक्ताओ ने न्यायिक कार्य से विरत रह कर विरोध प्रदर्शन किया. इस शिशिर कुमार श्रीवास्तव गिरीश नारायण सिंह सुनील मौर्या अशोक कुमार शिवानंद श्रीवास्तव द्वारिका सिंह विजय शंकर संजय सिंह आदि अधिवक्ताओ ने बैठक में विरोध जताते हुये चेताया कि अगर निर्दोष पत्रकारों पर तत्काल फर्जी मुकदमा वापस नहीं लिए गए तो अधिवक्ता समाज भी पत्रकारों के साथ इस आंदोलन में कूद जाएगा.
(रसड़ा संवाददाता संतोष सिंह की रिपोर्ट)