पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के अनन्य सहयोगी रहे पूर्व मंत्री ओम प्रकाश श्रीवास्तव का निधन

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जौनपुर. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चन्द्रशेखर के अति करीबी रहे पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ओम प्रकाश श्रीवास्तव का 92 साल की उम्र में उनके मियांपुर (जौनपुर) स्थित आवास पर हृदयाघात के चलते निधन हो गया. उनके निधन की खबर वायरल होते ही शुभ चिन्तक एवं राजनैतिक साथियों का जमावड़ा उनके आवास मियांपुर पर लग गया है.

ओमप्रकाश श्रीवास्तव अपने राजनैतिक जीवन में तमाम उतार चढ़ाव देखते हुए बड़ी उपलब्धियों को हासिल करने वाले सर्वग्राही नेता के रूप में जाने जाते रहे है.

श्रीवास्तव सन् 1991 में उत्तर प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के रूप में सरकार का हिस्सा रहे. पहली बार सन् 1974 में विधायक चुने गये थे, इसके बाद 1990 में एमएलसी बनाये गये फिर मंत्री पद का गुरूत्तर दायित्व निभाया. श्रीवास्तव चूंकि पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के अति नजदीक थे. इसीलिए इन्हें उत्तर प्रदेश में सजपा का प्रदेश अध्यक्ष एवं बाद में जनता पार्टी का राष्ट्रीय मुख्य महासचिव की जिम्मेदारी मिली थी और बड़ी ही सफलता और शिद्दत के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया था.

यहां बता दें कि अपने स्वास्थ्य के कारणों और वर्तमान राजनैतिक परिवेश में खुद को न ढाल पाने के चलते सक्रिय राजनीति से दूर हो गये थे लेकिन समाजवाद के चिन्तक के रूप में अपने संदेश से समाज के दिशा देते रहे है. आज प्रातः काल के समय अचानक सीने दर्द उठा और इस दुनिया को अलविदा कहते हुए गोलोक वासी हो गये है.

उनकी निधन की खबर वायरल होते ही उनके राजनैतिक साथी एवं दीवानी न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता तेज बहादुर सिंह, बाल कल्याण बोर्ड के सदस्य विनय कुमार सिंह, पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इन्द्रभुवन सिंह, लक्ष्मी नारायण यादव, ठाकुर प्रसाद राय, कृष्ण कुमार, जीवन शंकर श्रीवास्तव एडवोकेट, दुष्यंत सिंह, भाजपा नेता राजेश श्रीवास्तव बच्चा भईया , इन्द्रसेन श्रीवास्तव, आदि बड़ी संख्या में जनपद वासी उनके शहरी आवास मियांपुर पर पहुंच कर शोक संवेदनायें व्यक्त की और ओम प्रकाश श्रीवास्तव जी के निधन को जनपद की राजनीति में अपूर्णीय क्षति बताया और कहा कि इनके निधन से अब जनपद के अन्दर सही मायने में समाजवाद की अलख जगाने वाला कोई कद्दावर नेता नहीं रहा है. ओम प्रकाश अपने राजनैतिक जीवन में बड़े उतार चढ़ाव देखते हुए बड़ा राजनैतिक कद हासिल किया था और साथ जनपद के सपूत होने का फर्ज भी निभाया था.

यहां बता दें कि ओम प्रकाश श्रीवास्तव मूल रूप से जनपद के विकास खण्ड धर्मापुर क्षेत्र स्थित ग्राम सभा रामपुर जमीन हिसामपुर के मूल निवासी रहे. इनकी शिक्षा दीक्षा गांव से हुई थी. राजनीति में कदम बढ़ाने के साथ ही जनपद मुख्यालय पर अपना आवास बनाया और धीरे धीरे गांव से पूरी तरह से दूर हो गये लेकिन इनके तमाम पट्टी दारान आज भी गांव मे निवास करते है.