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योगी सरकार एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना की तर्ज पर ‘एक जिला एक उत्पाद कृषि योजना’ लागू करने की तैयारी में है, इसके तहत जिलावार पैदा होने वाली फसलों को प्रोत्साहित किया जाना है, ताकि किसानों को फसल की सही कीमत मिले. ऐसा होने पर जिलों की पहचान उनके कृषि उत्पादों जैसे बलिया का परवल और बनारस की मिर्ची, झांसी की तुलसी के नाम से होगी.
उत्तर प्रदेश में ओडीओपी योजना पहले से लागू है जिसमें स्थानीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) के हस्तशिल्प, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, कपड़े और अन्य ट्रेडिशनल उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक जिला एक उत्पाद कृषि योजना में बलिया के परवल को शामिल किया है. अब इससे जुड़े हजारों किसानों की किस्मत संवर सकती है.
कृषि विभाग ने ओडीओपी योजना की तरह जिलेवार उपजाई जा रही फसलों को सूचीबद्ध किया है. फसलों की जिलेवार सूची और योजना पर मुख्य सचिव की सहमति मिल गई है. मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने में किसान भी भागीदार हों, इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है, इसी महीने के अंत तक उस पर मुहर लगने के आसार हैं.
इस बारे में अपर मुख्य सचिव कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि ओडीओपी के तहत किसानों को लाभान्वित कराने के लिए एक जिला एक उत्पाद कृषि योजना लाई जा रही है. जिलेवार फसलों को चिन्हित कर लिया गया है, योजना में कृषि के साथ उद्यान विभाग भी शामिल है. अभी बारिश का मौसम है, अक्टूबर से दिसंबर तक योजना को लेकर किसानों के बीच जाएंगे.