कोरोना से जंग में पैरामेडिकल स्टाफ का भी अहम योगदान

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बलिया। यूं तो कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में पूरा प्रशासनिक और स्वास्थ्य महकमा लगा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की एक शाखा के रूप में काम करने वाले कुष्ठ विभाग के कर्मी भी पूरे दमखम के साथ लगे हुए हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य बाल गारंटी योजना (आरबीएसके) की टीम के साथ रहकर होम आइसोलेट में रह रहे मरीजों की रोजाना कॉउंसिलिंग का जिम्मा इनको मिला है.

शहरी क्षेत्र में ऐसी 12 टीमें लगी हैं, जिनका नेतृत्व ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर आशुतोष सिंह और अफजल अहमद कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर लिया जाए तो शहरी क्षेत्र में लगी एक टीम, जिसमें आरबीएसके के डॉ अभय शर्मा, पैरामेडिकल स्टाफ हिमांशु सिंह व फार्मासिस्ट सतीश चन्द हैं, अब तक शहर में करीब 70 मरीजों की रोजाना काउंसलिंग कर चुके हैं.

मुख्य विकास अधिकारी विपिन कुमार जैन ने भी सभी टीम के कार्यों की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया है.

टीम को प्रतिदिन मोहल्लावार जिम्मेदारी मिलती है, जिसके तहत इनका कार्य सुबह 9 बजे से शुरू हो जाता है. प्रतिदिन हर मरीज तक पहुंच कर लक्षण आदि के बारे में जानकारी लेते हैं. अगर किसी में लक्षण दिखता है तो उस मरीज को एल-1 फैसिलिटी सेंटर में भेजने की प्रक्रिया भी यह टीम करती है.

शहर में काफी ज्यादा मरीज मिले हैं, ऐसे में हर मरीज तक प्रतिदिन पहुंचकर उनकी काउंसलिंग कर कोरोना से जंग में ये कर्मी भी अपना अहम योगदान दे रहे हैं.

बता दें कि कोरोना के शुरुआती दौर में ब्लॉक स्तर पर लोगों की काउंसलिंग करने में कुष्ठ विभाग व एनएचएम के पैरामेडिकल स्टाफ लगे थे, और अब पिछले एक महीने से शहरी क्षेत्र में मिले मरीजों को प्रतिदिन घर-घर जाकर देख रहे हैं.

जब कोरोना महामारी का प्रसार शुरू हुआ तब बाहर से आए प्रवासी लोगों का डाटा इकट्ठा करना सबसे बड़ी चुनौती बन गई थी. तब ब्लॉक पीएचसी पर तैनात कुष्ठ विभाग के कर्मचारियों और आरबीएसके टीम ने मिलकर गांव-गांव में आए प्रवासी लोगों की काउंसलिंग की, उनका पूरा विवरण लिया और प्रतिदिन की रिपोर्टिंग जिले पर की. उसके बाद जब शहरी क्षेत्र में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तब अधिक संख्या में लोग होम आइसोलेट होने लगे.

चूंकि, होम आइसोलेट में रहने वाले मरीजों की भी काउंसलिंग करनी थी, ऐसे में आरबीएसके टीम व एनएचएम के कर्मियों के साथ कुष्ठ विभाग के पैरामेडिकल स्टाफ को भी इस कार्य में लगाया गया. 15 जुलाई के बाद यह टीम शहरी क्षेत्र में काउंसलिंग के कार्य में पूरे जोर-शोर से लगी हुई है.