बलिया से गंगा यात्रा की शंखनाद राज्यपाल ने दिखायी हरी झंडी

  • गंगा पूजन और आरती के बाद ही शुरू हुई नौकायन प्रतियोगिता

बलिया/बैरिया: गंगा यात्रा (बलिया से कानपुर) की शुरुआत सोमवार को बलिया जिले के दूबेछपरा के गोपालपुर घाट से हुई. महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम की शुरुआत मंत्रोच्चार के साथ गंगा पूजन कर की गयी.

राज्यपाल ने बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी और केंद्रीय मंत्री महेंद्र पाण्डेय और अन्य अतिथियों के साथ गंगा पूजन किया. इसके बाद मां गंगा की भव्य आरती में प्रतिभाग किया.

इसके बाद नौकायन प्रतियोगिता को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मंच पर पहुंचने के बाद राष्ट्रगान का गायन हुआ. इसके बाद राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. 

सौभाग्य है कि यहां हैं नदियां ही नदियां

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले के क्रांतिकारियों को याद करते हुए अपने सम्बोधन की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि यह धरती क्रांतिकारियों की धरती है. यहां आकर काफी खुशी होती है. राज्यपाल ने कहा कि गंगा किनारे बसने वाले लोग खुशनसीब हैं.

उन्होंने कहा कि हमारे गुजरात में मात्र एक नदी है, लेकिन यहां नदियां ही नदियां हैं. यह सौभाग्य की बात है. मानव जीवन बचाने के लिए इन नदियों को प्रदूषित होने से बचाना पड़ेगा. सोचिए, पीने का पानी हम नदी से लेते है और गंदगी भी नदी में डालते हैं.

चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि लोगों ने नदियों के साथ उपजाऊ भूमि को भी केमिकलयुक्त बना दिया. कारखानों का केमिकलयुक्त पानी नदी में बहने देते हैं. इसका दुष्परिणाम हुआ कि गम्भीर बीमारियां फैलने लगी, उपजाऊ भूमि का क्षरण होने लगा.

राज्यपाल ने कहा कि बावजूद इसके हमने इसके पीछे के कारणों के बारे में नहीं सोचा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर विचार किया और नदियों को बचाने के लिए कदम बढ़ाया.

गुजरात में मुख्यमंत्री रहते उन्होंने कारखानों के गन्दे जल को शुद्ध करके नदी में जाने के लिए एसटीपी प्लांट लगवाया और वहां नर्मदा नदी साफ-सुथरी नदी हो गई. अब मोदी ने गंगा को साफ करने का संकल्प लिया है.

नदियां, जीव जंतु भी हमारे परिवार का हिस्सा, इन्हें बचाएं

राज्यपाल ने कहा कि हम पूरे विश्व को परिवार मानते हैं. हमारे पेड़-पौधे, नदियां, जीव-जंतु आदि उसी परिवार का हिस्सा हैं. सबको बचाने से ही हमारा जीवन बचेगा. पेड़-पौधे काटने से ज्यादा जरूरी अधिक से अधिक पौधे लगाना है.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गंगा बचाने की पहल करने के लिए धन्यवाद दिया. राज्य सरकार किनारे के गांवों में समुचित विकास, शुद्ध पानी की उपलब्धता, गंगा उद्यान, खेल मैदान सहित हर प्रकार की सुविधाओं के लिए तत्परता से काम रही है. अस्पतालों की स्थिति में सुधार और जनकल्याण से जुड़े कार्य भी इस अभियान से जोड़ा गया है.

पेड़-पौधे लगाने और सफाई की अपील

राज्यपाल ने हर एक व्यक्ति से आवाह्न किया कि अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं, ताकि शुद्ध हवा आपको मिले. अपने आसपास के माहौल को साफ सुथरा रखेंगे तो उसका लाभ आपको ही मिलेगा. गम्भीर बीमारियों से बचाव हो सकेगा.

सड़क और जल दोनों रास्ते से निकली यात्रा

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंच से गंगा यात्रा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी और प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश यादव गंगा यात्रा रथ पर सवार होकर सड़क मार्ग से आगे बढ़े.

जल मार्ग से केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय और जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह यात्रा पर निकले. कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही गंगा रथ के साथ उजियार भरौली तक गए.

मेरे राजनीतिक जीवन का सौभाग्यशाली क्षण: बैरिया विधायक

बैरिया विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह ने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन का यह सबसे सौभाग्यशाली क्षण है. मेरे विधानसभा क्षेत्र से गंगा यात्रा जैसे पवित्र कार्यक्रम की शुरुआत मेरे लिए बड़ी बात है. उन्होंने महान तपस्वियों की धरती पर पधारने वाले सभी अतिथियों का स्वागत किया. 

गंगा को बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार

जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा, पीएम मोदी का सपना है हिंदुस्तान की जीवनधारा गंगा अविरल बहती रहे. उन्होंने एक अलग मंत्रालय बनाया. विरोधों को दरकिनार कर गंगा संरक्षण का संकल्प लिया.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इसी सपने को संवारने के लिए प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने इस बड़े आयोजन का बीड़ा उठाया. प्रभारी मंत्री ने बेहतर आयोजन के लिए डीएम श्रीहरि प्रताप शाही समेत पूरे जिला प्रशासन की भी पीठ थपथपाई.

राजभर ने कहा कि विन्द-केवट, मल्लाह परिवार के लोग मां गंगा से रोजगार रूपी जीवन पाते हैं. गंगा जीवन के साथ मोक्षदायिनी भी है. इसको बचाने के लिए हम कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं. इसमें हम सबको आगे आना होगा.

मां को स्वस्थ रखना हर गंगा पुत्र का कर्तव्यः मस्त

सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने अपने संसदीय क्षेत्र में आए अतिथियों का स्वागत किया. कहा, महर्षि भृगु की धरती है. गंगा जीवन यापन के लिए संसाधन उपलब्ध कराने वाली मां हैं. मां को स्वस्थ रखने का प्रयत्न करना हर गंगा पुत्र का कर्तव्य है.

आस्था और अध्यात्म को अर्थ से जोड़ेंगेः महेंद्र सिंह

प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा, पीएम मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए मिला यह मौका मेरे लिए सौभाग्य का विषय है. यूपी में गंगा का 1140 किमी का प्रवाह होता है. गंगा का निवास काशी में होता है.

उन्होंने कहा कि गंगा की आस्था और अध्यात्म को अर्थ से जोड़ना है. इसके लिए सीएम योगी ने वृहद योजना बनाई है. उन्होंने बताया कि बलिया और बिजनौर से चलने वाली दोनों यात्रा कानपुर में मिलेगी और वहां प्रधानमंत्री मोदी भी रहेंगे.

आधुनिक भारत को नई दिशा देगा ‘अर्थ गंगा’

राज्य अतिथि के रूप में आए केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि मोदी पार्ट-2 में 2014 वाला नारा चरितार्थ हो रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘मुझे गंगा ने बुलाया है.’ उन्होंने लोगों से अपील की कि सभी आकर इस मुहिम से जुड़ें.

उन्होंने कहा कि ‘अर्थ गंगा’ आधुनिक भारत को नई दिशा देगा. मोदी के मार्गदर्शन में गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए केंद्र और राज्य के जिम्मेदार लोग लगे हैं. उन्होंने कहा कि गंगा यात्रा और अर्थ गंगा एक नई पहल है.

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पांडेय के मुताबिक इसके पीछे एकमात्र उद्देश्य है कि गंगा किनारे गांवों को विकसित करना. गंगा तटों के साथ अर्थ गंगा के रूप में एक आधुनिक और पर्यावरण से युक्त किनारा बनाना है. नए तेवर के साथ गंगा यात्रा शुरू हो रही है.

हर धर्म के लोगों की है गंगाः सुशील मोदी

बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने जिले के क्रांतिकारियों को याद कर अपना सम्बोधन शुरू किया. उन्होंने कहा कि गंगा कई प्रान्तों से होकर गुजरती है. भारत ही ऐसा देश है जो नदी को अपनी मां मानता है.

उन्होंने कहा कि नदियों का कोई धर्म-जाति नहीं होती है. यह हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हर धर्म के लोगों की गंगा है. पावन पतित मां गंगा को शुद्ध करना हम सबका दायित्व है. मोदी ने मानवता के नए भागीरथ के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी को बताया और इस संकल्प के लिए आभार जताया. 

केवल पूजा और आरती ही नहीं होगी, रोजगार भी देगी गंगा

बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमको ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो हमारी हर संस्कृति और सभ्यता को जीवंत बनाए रखने को प्रयासरत हैं. देश की 43 प्रतिशत आबादी गंगा किनारे बसती है.

उन्होंने कहा कि अब केवल गंगा की पूजा और आरती ही नहीं होगी, बल्कि रोजी-रोटी देने का भी काम यह गंगा करेगी. इसीलिए इसे ‘अर्थ गंगा’ का भी नाम दिया जा रहा है.

डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने यूपी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि गंगा किनारे गांवों में जीरो बजट खेती और ऑर्गेनिक खेती को प्रोत्साहित करना सीएम योगी का सराहनीय निर्णय है. गंगा उद्यान, गंगा खेल मैदान, गंगा चबूतरा आदि को बेहतर कार्य बताया.

उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है कि किसी भी शहर का मल गंगा में नहीं जाएगा. उन्होंने ग्रामवासियों से, खासकर गंगा किनारे के गांव के लोगों से भी खुले में शौच न करने की अपील की. हमारे, आपके, सबके प्रयास से ही स्वच्छ माहौल बना सकते हैं.

मोदी ने कहा कि 2024 तक साढ़े तीन लाख करोड़ खर्च करके हर घर तक पाइप से शुद्ध पानी पहुंचाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए केंद्र सरकार तत्परता से पहल कर रही है.

नौकायन प्रतियोगिता रही विशेष आकर्षण का केंद्र

– गंगा यात्रा की भव्यता बढ़ाने के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित हुए. इसमें विशेष आकर्षण का केंद्र नौकायन प्रतियोगिता रही. इस प्रतियोगिता में तीन दर्जन से अधिक नाविकों ने प्रतिभाग किया. गंगा के बीच हुई यह रेस 5 किमी की हुई. इसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागी को पुरस्कार दिया गया. नाव रेस देखने के लिए दुबेछपरा से लेकर गंगापुर तक दर्शकों की भीड़ लगी रही.

नौकायन प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागी

गंगा यात्रा के आकर्षण का केन्द्र नौकायन प्रतियोगिता में 25 नावें शामिल हुईं. हर नाव पर दो प्रतिभागी मौजूद थे. उनमें घनेस साहनी और मनोज साहनी, महेश साहनी, गोलू साहनी, नन्द कुमार साहनी,रवि साहनी, रामेश्वर साहनी, सुरेश साहनी, अर्जुन साहनी, अनन्त साहनी, मन्जय साहनी, सीताराम साहनी, घनश्याम साहनी, राजन साहनी शामिल थे.

वहीं, बसंत साहनी, कृष्ण साहनी, मनीष साहनी, वरमेस्वर साहनी, संतोष, प्रेमशंकर साहनी, अजीत साहनी, प्रभु साहनी, विनोद साहनी, सुशील साहनी, जय दरोगा साहनी, जय कृष्ण साहनी, लक्ष्मण साहनी, लल्लन साहनी, विनोद साहनी भी शामिल थे.

इनके अलावा संतोष साहनी, राजकिशोर साहनी, हरिकृष्ण साहनी, मंगा बिशुन, विजय शंकर, सिपाही साहनी, जवाहर साहनी, सुदर्शन साहनी, हरेराम साहनी, राजदुलार साहनी, जदू साहनी, गल्लू साहनी, कपिल साहनी, संदीप साहनी, प्रभुनाथ साहनी, सुभाष साहनी, गोरख साहनी, कृपा शंकर साहनी, दीपक साहनी और परमात्मा साहणौ शामिल हुए.

लोगों में दिखा उत्साह

– दुबेछपरा में आयोजित गंगा यात्रा शुभारंभ कार्यक्रम को लेकर लोगों में एक अलग उत्साह देखने को मिला. दुबेछपरा से लेकर बलिया तक पूरे रास्ते यात्रा का स्वागत करने के लिए भी लोगों ने खूब तैयारी की थी. रास्ते मे कई जगह बाकायदा गेट, गुब्बारा आदि लगाये.

‘गंगा मइया की जय’ से गूंजता रहा दुबेछपरा

गंगा यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर आयी भीड़ से हर क्षण ‘गंगा मइया की जय’ का जयकारा लगता रहा. इसके अलावा वंदेमातरम और अन्य देशभक्ति नारे भी वहां मौजूद लोग लगाते रहे.

इस प्रकार यह कार्यक्रम पूरी तरह से धार्मिक और देशभक्ति के भावों से ओतप्रोत रहा. लोगों का इस जयकारा और उत्साह में गंगा के प्रति प्रेम-स्नेह और भक्ति साफ दिखाई दे रही थी. 

शानदार संचालन से बताते रहे गंगा का महत्व

 गंगा यात्रा शुभारंभ के अवसर पर आयोजित जनसभा का संचालन मशहूर उद्घोषक विजय बहादुर सिंह ने किया. विजय अपने संचालन के जरिये भी गंगा का महत्व लगातार बताते रहे.

उन्होंने लोगों से इसके बारे में भी सोचने का आवाह्न किया कि गंगा को कैसे बचाया जाए. कैसे गंगा का संरक्षण हो?गंगा की निर्मलता कैसे बनाए रखी जाए?

सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से किया जागरूक

– कार्यक्रम स्थल दूबेछपरा में सूचना विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. इसमें प्रमुख रूप से धोबिया नृत्य, लोकगीत, आल्हा, नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से लोगों को गंगा यात्रा के बारे में जागरूक किया गया.

साथ ही स्वच्छता, प्रदूषण, गंगा की निर्मलता के बारे में भी बताया गया. उधर, गंगा यात्रा कार्यक्रम के सम्बन्ध में जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट परिसर में योजनाओं, नीतियों की प्रदर्शनी लगाई गई है, जो 31 जनवरी तक चलेगी. प्रचार साहित्य का वितरण भी प्रदर्शनी स्थल पर किया जा रहा है.

कार्यक्रम में रही इनकी मौजूदगी

– गंगा यात्रा के शुभारम्भ कार्यक्रम में नगर विकास राज्यमंत्री गिरीशचन्द यादव, राज्यसभा सांसद सकलदीप राजभर, सलेमपुर के सांसद रविन्द्र कुशवाहा, विधायक सिकंदरपुर संजय यादव, विधायक बेल्थरारोड धनन्जय कन्नौजिया, भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, एडीजी वाराणसी, मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी, डीआईजी सुभाषचन्द दूबे, जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ, सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन जैन, एएसपी संजय कुमार, एडीएम रामआसरे, डिप्टी कलेक्टर मोतीलाल यादव, एसडीएम बेल्थरारोड राजेश यादव समेत हजारों लोग मौजूद थे.

हजारों लोगों ने उत्साह से किया यात्रा का स्वागत

बलिया: दूबेछपरा से निकली गंगा यात्रा का स्वागत जगह—जगह हुआ. मुख्य स्वागत सभा नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर माल्दुपुर और उजियार भरौली में हुआ.

माल्देपुर में केद्रीय कौशल विकास मंत्री महेन्द्र पाण्डेय, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, प्रभारी मंत्री अनिल राजभर, नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश यादव और अन्य स्थानीय अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर सभा की शुरुआत की. 

केंद्रीय मंत्री महेंद्र पाण्डेय ने गंगा की निर्मलता को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को बताया. वहीं, कृषि मंत्री सूर्यप्र्ताप शाही और प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने सभा को सम्बोधित किया.

इस अवसर पर विधायक धनंजय कन्नौजिया, जिलाध्यक्ष भाजपा जयप्रकाश साहू, पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह समेत हजारों लोग मौजूद थे.

बीच के गंगा घाटों पर मुंडन संस्कार पर लगी रोक

पंचांग के अनुसार 27 जनवरी को शुभ मुहूर्त होने के कारण मुंडन संस्कार के लिए लोगों का हुजूम गंगा घाटों पर उमड़ने लगा. कार्यक्रम को लेकर प्रशासन ने क्षेत्र के केहरपूर, हुकुम छपरा, गंगापुर गंगा घाट पर मुंडन रस्म की अनुमति नहीं दी.

इससे पश्चिम से रस्म अदा करने वालों को पचरूखिया से पश्चिम और पूरब से आने वालों को दयाछपरा से पूरब के गंगा घाटों पर मुंडन संस्कार के लिए जाना पड़ा.

पुरस्कार वितरण के दौरान प्रतिभागियों ने सौंपा मांगपत्र

गंगा नदी के हुकुम छपरा घाट पर गंगा यात्रा के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान नौकायन प्रतिभागियों ने 4 सूत्री मांग पत्र भारत सरकार के मंत्री कौशल विकास उद्यमिता श्री महेंद्र नाथ पांडे को सौंपा. उनकी मांगों में गंगा घाटों और नदी की नीलामी न करना, गंगा किनारे के बाशिंदों को मत्स्य मारने का लाइसेंस और नाविकों का इंश्योरेंस कराना, मला निषाद, केवट, बिंद को मछुआरा आवास दिलाना और बाढ़ के समय प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी नावों का तत्काल मजदूरी के भुगतान शामिल थे.

मंत्री ने सार्थक पहल करने का भरोसा दिलाया. पत्रक देने वालों में विशेश्वर निषाद, संदीप निषाद, संतोष निषाद, सुदर्शन साहनी, बच्चन साहनी, धनेश साहनी, मदन साहनी, अर्जुन साहनी, राजकुमार साहनी सहित दर्जनों मल्लाह मौजूद रहे

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