राजनीति में पाखंड के सख्त विरोधी थे पूर्व सांसद गौरीशंकर राय

28वीं पुण्यतिथि पर आयोजित हुई श्रद्धांजलि सभा

बलिया। महान लोगों को याद करने से आंदोलन की धार बनी रहती है, और वर्तमान समय में आंदोलन की धार को तेज करने की जरूरत है. पूर्व सांसद स्व. गौरी शंकर राय ऐसे ही आंदोलन के पुरोधा थे. वे व्यक्ति नही विचार थें और सदैव राजनीति में पाखंड के खिलाफ संघर्ष करते रहे. वे अपना सर्वस्व न्यौछावर कर गरीबों की लड़ाई लड़ते रहे. उनके द्वारा शुरू की गई हक हकूक की लड़ाई को आगे बढाने की जरूरत है.

उक्त बातें प्रख्यात समाजवादी चिंतक एवं पूर्व सांसद स्व. गौरीशंकर राय की 28वीं पुण्यतिथि के अवसर पर महाविद्यालय प्रांगण में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए उनके पुत्र एवं महाविद्यालय के प्रंबधक वीरेन्द्र राय ने कही.

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श्री राय ने कहा कि पूर्व सांसद स्व. गौरीशंकर राय जैसे व्यक्तित्व की कमी खल रही है. श्री राय ने अपने बौद्धिक क्षमता से सिर्फ देश ही नहीं विदेश के बुद्धिजीवियों को महिलाओं, गरीबों के उपर हो रहे अत्याचार और शोषण के खिलाफ एकजूट किया.

विनय कुमार पांडेय ने कहा कि स्व. गौरीशंकर राय महिलाओें के समाज में समानता और मानवाधिकार के सच्चे हितैषी थे. उनके बताये रास्ते पर चलकर ही समतामूलक समाज का निर्माण किया जा सकता है. कहा कि हम सभी को आज समाज में शिक्षा के माध्यम से आंदोलन की लौ को बुझने नहीं देना है. यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. इस मौके पर प्राचार्य डॉ.एसपी सिंह ने स्व. गौरीशंकर राय को सच्चा हितैषी एवं समतामूलक समाज का प्रहरी करार दिया.

इस अवसर पर धन्नजय राय, प्रियंका राय, डा. पूनम देवी, श्वेता श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, पूनम यादव, सुभाष राय, इमरान खान आदि ने सम्बोधित किया. अध्यक्षता प्राचार्य डा. एसपी सिंह व संचालन धनन्जय राय ने किया.