नक्सली हमले में उसरौली गांव के सीआरपीएफ जवान मनोज कुमार सिंह शहीद

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बलिया। नक्सीलियों ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक बार फिर हमला किया है. इस हमले में सीआरपीएफ के 9 जवान शहीद हो गए और 6 घायल हैं. बलिया जिले के उसरौली गांव के सीआरपीएफ जवान मनोज कुमार सिंह (35) भी नक्सलियों के इस हमले में शहीद हुए हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ये जवान 212वीं बटालियन के थे. हमला सुकमा के किस्तआराम इलाके में किया गया. नक्सल विरोधी अभियान के विशेष डीजी (महानिदेशक) डीएम. अवस्थी ने बताया कि सीआरपीएफ का एक गश्ती दल किस्तवराम से पलोडी की ओर जा रहा था. जवान एंटी-लैंडमाइन व्हिकल में सवार थे. उसी वक्ति नक्सेलियों ने आईईडी से हमला कर दिया. बकौल अवस्थी, सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गोलीबारी नहीं हुई है.

इसकी सूचना मिलते ही शहीद मनोज कुमार सिंह के उसरौली गांव में कोहराम मच गया. मनोज के पिता नरेंद्र नारायण सिंह भी सीआरपीएफ से ही रिटायर्ड हैं. 70 वर्षीय नरेंद्र नारायण सिंह बेटे के शहीद होने की सूचना पाकर टूट से गए हैं. खबर सुनते ही वह चुपचाप बरामदे में एक कोने में चौकी पर बैठ गए. आंखों से आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा.

घर के भीतर मनोज कुमार की पत्नी सुमन सिंह दहाड़ मारकर रो रही थीं, रह रह कर बेहोश हो रही थी. पड़ोस की महिलाएं उन्हें संभाल रही थीं. मनोज कुमार सिंह के दो बेटे प्रिंस (6) और प्रतीक (4) मां के पास चुपचाप खड़े थे. जानकारी मिलते ही दरवाजे पर गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई थी.

बताया जाता है कि मनोज कुमार सिंह 15 दिन की छुट्टी बिताकर शनिवार 10 मार्च को ड्यूटी के लिए घर से रवाना हुए थे. संयुक्त मकान में रह रहे मनोज सिंह अलग मकान बनाने के लिए योजना बना कर घर से गए थे. पिता से बात किए थे कि एक मकान बनाया जाए. मनोज सिंह का एक भाई हैं, जो दिल्ली में प्राइवेट सर्विस करता है.