सीएम को भेंजी पाती, पुलिसिया परमिट पर बेखौफ चल रहा लाल बालू का धंधा

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​बैरिया (बलिया)। लोक नायक   जयप्रकाश नारायण के गांव के ग्रामीणों ने लाल बालू को लेकर बैरिया के थानाध्यक्ष पर संगीन आरोप लगाते हुए मुख्यमन्त्री योगी आदित्य नाथ को पत्र भेज कर कार्यवायी की मांग की है. ग्रामीणों ने जयप्रकाश नगर चौकी, चांद दियर चौकी व बैरिया थाना की दूरी का हवाला देते हुए इसी मार्ग से लाल बालू के कालाबाजारी की दास्तान बयां किया है.  पुलिस के सरपरस्ती मे दूर दूर तक लाल बालू भेजवाने व वसूली का आरोप लगाया है. कार्यवायी न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है. 

भेजे गये पत्र में उल्लेख किया गया है कि उप्र मे लाल बालू का खनन नही होता है. उप्र से पचास साठ किलोमीटर दूर बिहार की सीमा मे खनन होता है. गंगा नदी के रास्ते बैरिया विधान सभा के किसान व जरुरत मन्द लोग विकास कार्य व घर निमार्ण के लिए जल मार्ग से बिहार से लाल बालू लाते है. यह बहुत पहले से होता रहा हैं. इधर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने और खनन पर रोक लगने के बाद से यह पुलिस के धन उगाही का धंधा बन गया है. बताया कि चौकी जयप्रकाश नगर से सौ डेढ सौ मीटर की दूरी पर लाल बालू स्टाक करके पुलिसिया परमिट के बदौलत दूर दूर तक भेजा जाता है. बताए हैं कि 30 अक्टूबर को थानाध्यक्ष, सीओ, एसडीएम, खनन अधिकारी ने लाल बालू सीज किया है. ऐसे मे थानाध्यक्ष से सवाल किया जाय कि पुलिस के रहते वह बालू कहां से आया. यह सब किसानों का बालू सीज किया गया. जबकि रोज रात में दर्जनों ट्रक बालू विभाग की सरपरस्ती मे बाहर भेजा जाता है. ग्रामीणो ने यह भी आरोप लगाया है कि बाहर के लोगों को प्रोत्साहित कर पुलिस झ्स कार्य को अजांम दे रही है. जो भाजपा के लिए घातक व पार्टी के छवि के हित मे नही है.  अगर इस मामले की निष्पक्ष जाचं हो तो इसमे थानाध्यक्ष बैरिया से लगायत कई अधिकारियो की मिलीभगत प्रकाश में आयेगी. भ्रष्ट अधिकारियो पर जांचो परान्त कार्यवायी जनहित मे आवश्यक है. शिकायती पत्र भेजने वालो मे सुमन्त सिह, पिन्टु सिंह, मुकेश सिंह, रोहित सिंह, अरविन्द सिंह, संजीत सिंह, अरूण सिंह आदि शामिल है. पत्र की प्रतिलिपि प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव भूतत्व एंव खनिक, मंत्री भूतत्व एवं खनिज सहित एक दर्जन से अधिक अधिकारियो को भेजा है.