बलिया। उप्र हिन्दी संस्थान हजरतगंज, लखनऊ द्वारा साहित्यकारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रस्ताव मांगा गया है. यह जानकारी निदेशक मनीष शुक्ला ने दी. उन्होंने बताया है कि साहित्यकार कल्याण कोष योजना के तहत विषम आर्थिक स्थिति ग्रस्त या रूग्ण साहित्यकारों को, जिनकी वार्षिक आय समस्त स्रोतों से पांच लाख तक है, उन्हें अधिकतम पचास हजार तक की अनातर्वक आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. इसी प्रकार प्रकाशन अनुदान योजना के अन्तर्गत ऐसे रचनाकारों को जिनकी वार्षिक आय समस्त स्रोतों से पांच लाख तक है, उनकी पाण्डुलिपि के मुद्रण के लिए प्रकाशन अनुदान प्रदान किया जाएगा. पुस्तक अधिकतम दो सौ पृष्ठ की होनी चाहिए. संस्थान में प्रार्थना पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 20 अगस्त 2016 निर्धारित की गयी है. प्रार्थना पत्र का प्रारूप संस्थान की वेबसाइट http://uphindisansthan.in/ पर उपलब्ध है.
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