शहीदों के परिजनों को ढांढस बंधाने में पीछे नहीं रहे एमएलसी चंचल, हर संभव मदद का भरोसा

गाजीपुर। एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने एक बात तो साबित कर ही दी. शहीदों के परिवार की मदद में वह कोई कोताही नहीं करते. दूसरे नेताओं की तरह सरकारी मदद दिलाने की जुबानी वादा नहीं करते, बल्कि उसके पहले वह अपनी ओर से कम से कम एक लाख रुपये की मदद शहीद परिवार को जरूर देते हैं. साथ ही सोलर लाइट, हैंडपंप अलग से. उसके बाद शहीद के गांव में प्रवेश द्वार अथवा शहीद स्तंभ का पक्का वादा. कश्मीर के उरी सेक्टर में मरदह क्षेत्र के गाईं के जवान हरेंद्र यादव की शहादत के बाद पीड़ित परिवार को जितनी मदद की थी, वही मदद अब कश्मीर के माछिल सेक्टर में शहीद हुए बद्धोपुर के मनोज कुशवाहा तथा कासिमाबाद के नसीरुद्दीनपुर के जवान शशांक सिंह के परिवार को उन्होंने दी.

gzp_chanchal_1

इस सिलसिले में वह रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा संग शनिवार की शाम दोनों शहीदों के घर पहुंचे थे. एमएलसी चंचल बद्धोपुर में अपने एक माह के वेतन की राशि का चेक शहीद मनोज कुशवाहा के पिता हरीलाल कुशवाहा को सौंपे. साथ ही स्तंभ अथवा प्रवेशद्वार बनवाने का वादा किए. इस मौके पर रेल राज्य मंत्री भी हरीलाल कुशवाहा का ढांढ़स बंधाए. कहे कि परिवार के इस संकट की घड़ी में भारत सरकार आप के साथ है. श्री सिन्हा को देख शहीद के पिता फफक पड़े. बताए कि परिवार का एक मात्र सहारा बेटा मनोज था. बेटी की शादी के बाद कर्ज में डूबा है.

श्री सिन्हा ने गांव में एक शहीद पार्क बनवाने के साथ शहीद के छोटे भाई को नौकरी और गांव की ख़राब सड़क की मरम्मत कराने का भरोसा दिए. उसके बाद श्री सिन्हा और चंचल का काफिला कासिमाबाद के नसीरुद्दीनपुर के लिए रवाना हुआ. एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने शहीद शशांक सिंह की मां कमलावती देवी को एक लाख रुपये का चेक दिया. कहे कि गांव में शहीद द्वार अथवा स्तंभ का निर्माण कराएंगे. रेल राज्य मंत्री ने भी शशांक सिंह के परिवार की मदद का भरोसा दिए. कहे कि शशांक की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. इस मौके पर एमएलसी केदारनाथ सिंह, कुंवर रमेश सिंह पप्पू, मुरलीधर मौर्य, प्रभुनाथ चौहान, संतोष सिंह, शैलेश पांडेय, विनोद गुप्त, कृष्णविहारी राय, एमएलसी चंचल के प्रतिनिधि पप्पू सिंह, तेजप्रताप सिंह, रामनरेश कुशवाहा, राजन सिंह, रामहित राम, राजेश कुमार सिंह, हरिकेश यादव बृजमोहन कुशवाहा, राजन सिंह, तेजू सिंह, संतोष सिंह, राजकुमार सिंह झाबर, अभिषेक सिंह मिंटू, मयंक सिंह राना, डॉ.प्रदीप पाठक आदि थे.

This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE         
This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE