बलिया. मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम ने फेरी वाले दूध विक्रेताओं की जांच की। शिकायत के आधार पर रोडवेज बस स्टैण्ड, सिविल लाइन्स के निकट तीन फेरी वालों से संदिग्ध दूध के तीन नमूने जांच हेतु लिये गये.
मौके पर किसी भी दूध विक्रेता के पास खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा जारी लाइसेंस/पंजीकरण नहीं दिखाया गया जिस पर टीम ने नोटिस देते हुए अविलम्ब लाइसेन्स बनवाने हेतु निर्देशित किया. जाँच टीम को देख कर दूध वालों में हड़कम्प मच गया, जाँच के डर से वे अपना मार्ग बदल कर चलते बने.
इससे पहले छापामार दल ने हनुमानगंज पुलिस चौकी के निकट छापेमारी कर संदिग्ध दूध के नमूने लिये तथा दूध विक्रय के लिये वान्छित लाइसेन्स आनलाइन अप्लाई कर तत्काल बनवा लेने का निर्देश दिया . लखनऊ लैब जाँच रिपोर्टों के आधार पर विभाग द्वारा पूर्व में भरे गये 2 कत्थे के नमूने असुरक्षित पाये गये जो मानव उपभोग के लिये हानिकारक है . न्यायालय द्वारा माह अप्रैल 2021 से अब तक कुल 16 वाद निर्णित किये गये तथा लगभग 1 लाख 76 हजार का अभियुक्तों पर अर्थदण्ड लगाया गया .
अधिकारी महेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि मौसम को देखते हुए खाद्य सामाग्रियों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने हेतु विभाग सक्रियता के साथ छापेमारी कार्यक्रम आगे भी जारी रखेगा.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)