सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हम केवल भारत के सीमा तक ही अपने सभ्यता, परंपरा एवं संस्कृति को सीमित नहीं रखते हैं. हमारे ऋषियों मुनियों हमारे गौरव शाली परंपरा ने हमारे वसुधैवकुटुम्बकम का मार्ग दर्शन दिया है।और हम दुनिया को अपना परिवार मानते हैं यही विविधता में एकता है.