सरयू नदी का कहर क्षेत्र में लगातार जारी, कयी गांवों को नहीं मिली बाढ़ राहत सामग्री

रविवार की सुबह नदी का जलस्तर 58.38 था जो चौबीस घण्टे के भीतर 20 सेमी घटाव के साथ सोमवार की सुबह 58.18 मीटर पर बह रही है. इसके बाढ़ पीड़ितों की परेशानियां कम नहीं हुई है. क्षेत्र के देवपुर,नवका गांव,धूपनाथ का डेरा, वैद्यनाथ का डेरा आदि गांवों में बाढ़ से अभी भी जलमग्न है. बाढ़ से घिरे गांवों के रहवासियों को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. नदी सरयू के लगातार बढ़ाव की वजह से इस क्षेत्र के विभिन्न गांव अभी भी जलमग्न है.

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सबसे पहले बलिया की आजादी का जिक्र करते हुए कहा कि लोकतंत्र के प्रति जितना सजग बिहार है, वह अभूतपूर्व है. देश की आजादी के बाद सबसे बड़ा आंदोलन जेपी ने किया.

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रविवार की सुबह 8 बजे सरयू (घाघरा ) नदी डीएसपी हेड पर 63.76 और शनिवार की शाम 4 बजे 63.69 मापा गया. यानी नदियां फिर से बढ़ाव में हैं. जब कि खतरा बिंदु जलस्तर का 66.01 है. ऐसे में किसान अपनी खड़ी फसल जिस पर उम्मीद लगाकर बैठे थे कि भोजन लायक धान का उपज हो जायेगा.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सभी बाढ़ विभाग ,सिचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि नदियों में जहां कटान हो रहा हैं वहांविभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को 24 घण्टे तैनाती रहें.