ग्राम प्रधान अर्चना यादव द्वारा जनसुनवाई में जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में उल्लेख किया गया है कि पूर्व ग्राम प्रधान स्व. शिवरत्न यादव द्वारा वर्ष 2006- 2007 में पंचायत भवन के धन को उतारकर मकान बनाकर पंचायत भवन को कब्जाकर इसका आकार बदलकर घर के रूप में प्रयोग किया जा रहा है.