भारी फोर्स की मौजूदगी में 52 कटान पीड़ितों को दिया गया आवासीय भूमि का पट्टा

सन् 2017 के कटान में बेघर हुए लोगों को बसाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 सितंबर सन् 2017 को दया छपरा में घोषणा किया था कि कटान पीड़ितों को एक सप्ताह के भीतर भूमि उपलब्ध कराकर उन्हें बसाया जाएगा.

सुरेमनपुर दियरांचल के गोपालनगर टाड़ी गांव के समीप कटान तेज, भयभीत ग्रामीण पलायन करने को मजबूर

एसडीएम बैरिया आत्रेय मिश्र के निर्देश पर मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने गांव खाली करने के लिए लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा करा दिया था। उस समय सरजू नदी में पानी कम हो जाने के चलते कटान का सिलसिला रुक गया। पिछले तीन-चार दिनों से भारी बरसात के बाद सरजू नदी एक बार फिर से उफना गई है। और फिर से कटान तेज हो गया है। वर्तमान में कुल 65 परिवारों का आशियाना कटान के जद में है। यहां के कटान की जद में आए लोगों का कहना है कि हम लोग जाये तो कहां जाय।

सरयू नदी के कटान ने उपजाऊ जमीन पर बरपाया कहर , लोग फसल काटने को हुए मजबूर

रविवार की सुबह 8 बजे सरयू (घाघरा ) नदी डीएसपी हेड पर 63.76 और शनिवार की शाम 4 बजे 63.69 मापा गया. यानी नदियां फिर से बढ़ाव में हैं. जब कि खतरा बिंदु जलस्तर का 66.01 है. ऐसे में किसान अपनी खड़ी फसल जिस पर उम्मीद लगाकर बैठे थे कि भोजन लायक धान का उपज हो जायेगा.

घाघरा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कटान जारी, दियारा वासियों की बढ़ी चिंता

दियारा वासियों के अनुसार दियारा गोसाईपुर से दियारा हरनाटार तक नदी में कटान हो रहा है. जहां पल पल भूमि कट कर नदी में समाती जा रही है. वहां पिछले तीन दिनों में बाजरा की फसल सहित करीब तीन बीघा भूमि कट कर नदी में समा चुकी  है.