द होराइजन स्कूल में मनायी गयी डा. केदारनाथ सिंह जी की जयंती

विद्यालय के प्रधानाचार्य ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा की डा. केदारनाथ बहुत ही सरल स्वाभाव और व्यक्तित्व के धनी थे। वे हमारे बलिया जिले के चकिया के रहने वाले थे। उनकी रचनाओं में खासकर रचना रही…
“विजली की तरह कभी मत गिरना
और कभी गिर भी पड़ो तो दूब की तरह उठ पड़ने को हमेशा तैयार रहना।”

हर्षोल्लास से मनाई गई  स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रथम विधायक बलिया सदर पं. राम अनन्त पांडेय की जयंती

गोष्ठी में वक्ताओं ने बताया कि पं. जी देश की आजादी के लिए जीवन भर संघर्ष करते हुए अनेकों बार जेल यात्रा किए, जिसके फलस्वरूप देश आजाद हुआ और हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं.