बांसडीह: सहजानंद बाबा के स्थान सहित विशाल पेड़ सरयू नदी में हुआ समाहित

सन् 1972 में सहजानंद बाबा बांसडीह तहसील के चांदपुर पुरानी बस्ती के पास सरयू किनारे पहुंच गए. यहीं जमावड़ा हो गया. उसके बाद उनके ब्रह्मलीन होने पर वो जलसमाधिस्त हुए. बुधवार को सरयू की कटान ने बाबा के स्थल को काटते हुए अपने जद में ले लिया.