विवेकानंद जयंती पर कहीं विचार गोष्ठी तो कहीं जरूरतमंदों को कंबल

सांसद ने कहा कि हम भारतीय लोग सनातन काल से सहिष्णुता का पाठ पढ़ते आ रहे हैं तथा सभी धर्मों का सम्मान करना ही हमारे धर्म का मूल मंत्र रहा है.