The ongoing Shrimad Bhagwat week ended in Ghodhara with bhajan, aarti and havan.

भजन, आरती, हवन के साथ घोड़हरा में चल रहे श्रीमद् भागवत सप्ताह का हुआ समापन

प्रभु श्री कृष्ण अर्जुन से कहते है- हे अर्जुन ! जब-जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होती है, तब-तब मैं प्रकट होता हूँ.

पुस्तकालय के स्थापना दिवस पर खंडकाव्य ‘ओरहन’ का काव्य पाठ

इस काव्य पाठ में राधिका, ग्वाल सखा सुखन का, गोपियों का, गाय के बछड़ों का, मधुबन आदि के ओरहन का बर्णन किया है. ओरहन श्रीकृष्ण के लिए व्यक्त किया गया है.