‘होली’ प्रेम, सद्भाव और भाईचारे का त्योहार

पुराणों के अनुसार आदिकाल में हिरण्यकश्यप नामक एक शैतान राजा राज्य करता था जिसे ब्रह्मा द्वारा आशीर्वाद प्राप्त था कि उसे कोई आदमी, जानवर या हथियार नहीं मार सकता. इस वरदान के बाद वह इतना अहंकारी हो गया कि उसने अपने राज्य में भगवान की पूजा करना मना कर दिया एवं स्वयं की पूजा कराने लगा लेकिन किसी घटना ने उसके ही संतान की आंखें खोल दी और उसके पुत्र प्रह्लाद ने उसके आज्ञा का उल्लंघन करना शुरू कर दिया, जिसके कारण हिरण्यकश्यप ने प्रहलाद को मारने के लिए अनेक कुचक्र रचा.

अहंकार त्यागने के बाद होगा प्रेम का अभ्युदय : सन्दीपाचार्य

कामदेव ने जब भगवान शिव की समाधि तोड़ दी तो भगवान शिव ने क्रोधित होकर कामदेव को जला कर भस्म कर दिया. इस घटना का तीव्र आघात कामदेव की पत्नी रति को लगा.

कानून के छात्र को मार कर घर में ही छह फीट नीचे दफन कर दिया

पंकज की गुमशुदगी की 10 तारीख को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पुलिस के मुताबिक, प्रथमदृष्ट्या ऐसा लगता है कि मकान मालिक ने ही उसे मौत के घाट उतारकर घर में ही लाश गाड़ दिया था.

निकले तो थे कहीं भाग जाने के लिए, मगर लौटे एक दूजे का हाथ थामे

घर से तो दोनों निकले थे कहीं भाग जाने के इरादे से, मगर बेल्थरारोड स्टेशन पर प्रेमी युगल ने ऐन मौके पर इरादा बदल दिया. कहते हैं न, इस इश्क़-ओ-मुहब्बत की, कुछ हैं अजीब रस्में, कभी जीने के वादे, कभी मरने की कसमें.