पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने न्यायमूर्ति जगमोहन लाल सिन्हा, लोकबन्धु राजनारायण और 12 जून 1975 के फैसले की विशेष रूप से चर्चा की और कहा कि फैसला आने के पहले तक किसी को यह कल्पना भी नहीं थी कि सरकारी साधनों के दुरुपयोग के आधार पर प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी की सदस्यता रद्द हो जाएगी.