ददरी मेला में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन 30 को

ऐतिहासिक ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में देश विदेश में ख्यातिलब्ध कवियों का काव्य पाठ होने जा रहा है. आगामी 30 नवम्बर दिन बुधवार को रात्रि 8 बजे से भारतेंदु कला मंच एक बार फिर गंगा जमुनी तहजीब की काव्य सुरसरि का साक्षी बनेगा, जिसमे देश के दर्जन भर से अधिक मशहूर कवि अपने काव्यपाठ से उपस्थित श्रोताओं को आनंदित करने का काम करेंगे.

झूला, चर्खी, सर्कस, मौत का कुंआ, बच्चों ने खूब इंज्वाय किया

ऐतिहासिक ददरी मेला के दूसरे रविवार को मेलार्थियों से खचाखच भरा रहा. सुबह से लेकर देर रात तक मेला में चहल-पहल रही. जहां विभिन्न व्यंजनों की दुकानों पर मेलार्थी जायका लेते रहे, वही झूला, चर्खी, सर्कस, मौत का कुंआ जैसे मनोरंजन के संसाधनों पर बच्चों ने खूब इंज्वाय किया.

ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर अखिल भारतीय मुशायरा आज

सोमवार 28 नवम्बर को रात 8 बजे से अखिल भारतीय मुशायरे का आयोजन ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर किया गया है. नगर पालिका परिषद बलिया द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति मु. असलम (जिला जज, बलिया) और विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण होंगे.

ददरी मेला व कतकी नहान के चलते ट्रेनों के नए स्टापेज

रेलवे प्रशासन द्वारा कार्तिक पूर्णिमा मेला (ददरी मेला) 2016 के अवसर पर होने वाली यात्रियों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्था की है. 14 नवम्बर, 2016 को गाड़ियों का अतिरिक्त ठहाराव, अस्थाई ठहराव दिया जाएगा तथा विषेष गाड़ियां चलायी जायेंगी.

ददरी मेलाः पशु व्यापारियों का आगमन शुरू

देश का मशहूर ददरी मेला दीपावली से सजने लगा है. धीरे-धीरे मेला में पशुओं को पशुओं के आने का क्रम शुरू हो गया है. अन्य जनपदों से भी पशु व्यापारी आने लगे हैं. पशु मेला की सुरक्षा की व्यवस्था के लिए अलग से थाना स्थापित किया गया है. पुलिस उप निरीक्षक विवेक पांडेय को इसका प्रभारी बनाया गया है.

भृगु क्षेत्र में स्नान से मिलती है भुक्ति और मुक्ति

मनुष्य एक विचारवान प्राणी है. यह एक ओर जहां अपनी सांसारिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सचेष्ट और प्रयत्न शील रहता है, वहीं दूसरी ओर अपनी मुक्ति के लिए भी आतुर और चिंतित रहता है. ऋषि-महर्षियों चिंतकों मनीषियों और धर्म धुरंधरों ने मानव की इसी चित्त-वृत्ति को देखते हुए लोकमंगल की भावना से समय समय और स्थान स्थान पर मुक्ति के साधन और स्थल को भी रेखांकित किया है.