बलिया. महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और इसके प्रभावी क्रियान्वयन को देखते हुए उत्तर प्रदेश शासन द्वारा एक महत्वाकांक्षी योजना ‘मिशन शक्ति’ का शुभारंभ किया गया है. मिशन शक्ति के तीसरे चरण का शुभारंभ 21 अगस्त को मुख्यमंत्री ने किया.
इसके अनुक्रम में 4 सितंबर को शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला महाविद्यालय नगवा, बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया एवं जिला स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. इसके साथ ही बालिका हेल्थ क्लब की स्थापना की पहल की गई.
इस अवसर पर जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के कुलपति की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कुलपति ने अपने संबोधन में छात्राओं को व्यक्तित्व निर्माण के लिए अभिप्रेरित किया. उन्होंने छात्राओं को कल्पना चावला की तरह अपने व्यक्तित्व को संवारने की बात कही.
साथ ही उन्होंने समाज में और संतुलित लिंगानुपात के प्रति गहरी चिंता प्रकट की.उन्होंने कहा कि छात्राओं को बाह्य सौंदर्य की जगह आंतरिक सौंदर्य को विकसित करने का प्रयास करना चाहिए. बाहरी सौंदर्य क्षणिक होता है जबकि आंतरिक सौंदर्य व्यक्तित्व निर्माण के स्तर पर स्थाई प्रवृत्ति का होता है. नारी को पुरुष की तरह बनने का प्रयास करने की अपेक्षा अपने खुद के व्यक्तित्व निर्माण पर जोर देना चाहिए.
उन्होंने अपने उद्बोधन में भारतीय संस्कृति का उदाहरण देते हुए समझाया कि भारतीय संस्कृति में ऐसे तत्व नहीं थे जिसे अपनाकर महिलाएं अपने को सशक्त बना सकती हैं.
चिकित्साधिकारी डॉ सिद्धार्थ मणि दुबे ने कहा कि महिलाएं अपने सशक्तिकरण के लिए खुद अपना रास्ता बना सकती हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं को कन्या भ्रूण हत्या के प्रति जागरूक होना होगा. विश्वविद्यालय मिशन शक्ति संयोजिका सुचेता प्रकाश ने विषय परिवर्तन और बालिका हेल्थ क्लब की स्थापना की घोषणा महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. महाविद्यालय के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया. आयोजन में महाविद्यालय की छात्राओं ने भाग लिया.
कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर से अमरनाथ पाठक, प्रियंका राय पांडे, अमित कुमार सिंह, रविंद्र नाथ दुबे, धनंजय कुमार सिंह, हसीन अहमद, सुरेश कुमार, अभिषेक कुमार, शैलेश कुमार यादव, मनीष पाठक आदि मौजूद रहे.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)