रामगढ़(बलिया)। क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव स्थित श्री रामलखन बाबा के समाधि स्थल पर प्राण प्रतिष्ठिात्मक महायज्ञ के आखिरी दिन शुक्रवार की शाम श्रीराम कथा के दौरान अयोध्या से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक पंडित गौरव कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इस समाज में मनुष्य चाहे तो सब कुछ बन सकता है. लेकिन सरल नहीं बन सकता. सरल बनना बहुत कठिन है. जो व्यक्ति सरल होता है भगवान उसे ही दर्शन देते है. इस नर-नारियों को सरल बनने का प्रयास करना चाहिए.
आगे बताया कि श्री राम कथा अमृत के समान है. इसे रोज-रोज कहने व सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और मनुष्य की सारी व्यथा दूर हो जाती है. धर्म से भटके हुए मनुष्य को सही रास्ते पर ले जाता है. इसलिए कठिन से कठिन परिस्थिति में धर्म का साथ नहीं छोड़ना चाहिए. धर्म के पथ पर चलने वाले व्यक्ति के समक्ष थोड़ा बहुत परेशानी तो जरूर आती है. लेकिन उसी का जीवन अंत में जाकर सुखमय और आनंददाई हो जाता है. उन्होंने कथा के दौरान भगवान राम के जन्मोत्सव की कथा को विस्तार से सुनाया. कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्म मानव जीवन के लिए एक आदर्श है जो युगों युगों तक प्रासंगिक रहेगा.