सिकंदरपुर, बलिया. वाराणसी खंड से नवनिर्वाचित शिक्षक एमएलसी लाल बिहारी यादव ने कहा है कि वह वित्तविहीन शिक्षकों के हक की आवाज उठाएंगे और वित्तविहीन शिक्षकों के हक की लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक कि सरकार मानदेय की घोषणा नहीं कर देती. उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता है कि सरकार वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय दे.
मंगलवार को सिकंदरपुर के गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज में आए नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य लाल बिहारी यादव का स्वागत किया गया था, इस दौरान उन्होंने कहा कि आपने जो आशा और विश्वास मुझ में दिखाया है उस आशा और विश्वास को टूटने नहीं दूंगा. उनका कहना था कि माध्यमिक शिक्षा को 80% वित्तविहीन शिक्षक ही संचालित कर रहे हैं लेकिन बदले में उन्हें मिल ही क्या रहा है? आज की सरकार ने वित्तविहीन शिक्षकों के लिए कुछ नहीं किया है.
इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद रहे वित्तविहीन शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ राम गोविंद प्रजापति ने कहा कि बड़े मुश्किल दौर में आप सभी ने लाल बिहारी यादव को वाराणसी खंड से शिक्षक एमएलसी चुना है. आप सभी की आवाज सरकार के समक्ष उठाने के लिए वह कटिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों की स्थिति से सभी वाकिफ हैं. उनके दर्द को सभी समझते हैं.
स्वागत समारोह को मुख्य रूप से लहरी सिंह, लाल बचन तिवारी, राजेश गुप्ता, वीरेंद्र यादव, अमरजीत यादव, डॉक्टर उमेश चंद, हरिलाल, सत्येंद्र राय, मोहम्मद हामिद कादरी, जय शंकर राय, बिंदेश्वरी सिंह, अशोक मिश्रा, मदन मोहन गुप्ता आदि ने संबोधित किया. अध्यक्षता प्रबंधक डॉ नरेंद्र प्रसाद गुप्ता व संचालन संतोष शर्मा ने किया.
(सिकंदरपुर से संतोष शर्मा की रिपोर्ट)