जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान और संगोष्ठी का आयोजन

बलिया. जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के प्रांगण में शिक्षक दिवस के अवसर पर एक विश्वविद्यालयी संगोष्ठी का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.कल्पलता पाण्डेय की अध्यक्षता में संपन्न हुआ.

 

कार्यक्रम का शुभारम्भ भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर पुष्प और दीप प्रज्ज्वलन के द्वारा किया गया.

 

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ.रूबी ने भजन से की.भजन के बोल थे-‘हर देश में तू हर वेश में तू , तेरे नाम अनेक’ डॉ. प्रियंका सिंह ने स्वागत भाषण दिया. उन्होंने कहा कि कुलपति के संरक्षण में इस विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए हम संकल्पित है. अकादमिक निदेशक डॉ.पुष्पा मिश्रा ने कहा कि विश्वविद्यालय परिवार की सर्वोच्च मुखिया के नेतृत्त्व में यह विश्वविद्यालय ज्ञान और निर्माण की दिशा में निरंतर प्रगति कर रहा है.

 

मुख्य अतिथि के रूप में हेमवती नन्दन बहुगुणा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.लल्लन सिंह उपस्थित रहें और उन्होंने कहा कि मैं इस विश्वविद्यालय का आजीवन सदस्य के रूप में कार्य करूंगा और इस विश्वविद्यालय की तरक्की के लिए सतत प्रयत्नशील रहूंगा.

 

डॉ दिलीप श्रीवास्तव ने कहा कि आज के दिन हर एक व्यक्ति को शिक्षक मानना चाहिए जिससे हमें जीवन में सीख मिली हो.

 

डॉ.आर.पी.राघव ने सभी को शिक्षक दिवस की बधाई दी और सभी को अपने कर्तव्यों और अधिकारों की ओर उन्मुख होने के लिए प्रेरित किया.

 

सतीश चन्द्र कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ.रामशरण पाण्डेय ने कहा कि डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की जरुरत है.

 

सहायक आचार्य विवेक कुमार यादव ने शिक्षक दिवस के सन्दर्भ में अपनी बात संयमित और गंभीरतापूर्वक रखी.अग्रेजी विभाग के सहायक आचार्य डॉ.नीरज सिंह ने स्वरचित कविता का वाचन किया .

 

अध्यक्षीय वक्तव्य में कुलपति प्रो.कल्पलता पाण्डेय ने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी और शिक्षक के गुणों एवं दायित्वबोध पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर शिक्षकों को कुलपति द्वारा विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया.

 

धन्यवाद ज्ञापन डॉ.अजय चौबे ने दिया.कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ सरिता पाण्डेय और तृप्ति तिवारी ने किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अकादमिक और प्रशासनिक संकाय सदस्य उपस्थित रहें.

(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)

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