सिकंदरपुर से अभिषेक तिवारी
समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी ने मंगलवार को अपने निजी आवास पर पत्र प्रतिनिधियों से बातचीत में मनियर नगर पंचायत की अधिसाशी अधिकारी मणि मंजरी राय की बीते दिन संदिग्ध हालात में की गई खुदकुशी पर गहरा रोष प्रकट किया. उन्होंने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री संन्यासी तो हैं, उन्हें राजधर्म का ज्ञान नही है. मणि मंजरी राय बेहद ईमानदार छवि की अधिकारी थी. उनसे नगर पंचायत अध्यक्ष एवं ठेकेदार के मिली भगत से बिना कार्य के भुगतान करने का दबाव बनाया जा रहा था. जिससे वह परेशान होकर मणिमंजरी ने ऐसा किया.
रिजवी ने कहा कि अपने उच्च अधिकारियों से शिकायत भी उन्होंने की, पर कोई मदद न नहीं मिली. इसके बाद आत्महत्या जैसा घातक कदम उन्होंने उठाया. सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस जैसी बड़ी बड़ी बातें तो करती है, पर उसका सच आप सभी देख रहे हैं. हमारी सरकार से मांग है कि इस घटना की सीबीआई जांच करवाई जाए. और जो भी दोषी हो, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
यूपी में ब्राह्मणों पर बढ़ा अत्याचार – पूर्व मंत्री
पूर्व मंत्री ने कहा कि वही जिस तरह आज पूरे उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज पर अत्याचार बढ़ा है. वह किसी से छिपा नहीं है, हमारा मानना है कि किसी भी गलत व्यक्ति के अपराध की सजा उसके पूरे समाज को नहीं दिया जाना चाहिए. प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की आड़ में पहले दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यक समाज के लोगों को निशाना बनाया गया. अब ब्राह्मण समाज को टारगेट पर लेकर निर्दोष ब्राह्मणों को पूर्वाग्रह की मानसिकता से निशाना बनाया जा रहा है. अगर निर्दोषों पर कार्रवाई होती रही तो किसी भी समाज में जनआक्रोश व्याप्त हो जाएगा. इससे पूरे प्रदेश में वर्ग संघर्ष जैसे हालात पैदा हो जाएंगे. हम सरकार यह अपील करते हैं कि बदले की भावना से हो रही कार्रवाई पर अंकुश लगाएं. वही मणि मंजरी राय के मामले राज्य सरकार शीघ्र ही सीबीआई की सिफारिश करे, जिसके सरकार पर जन विश्वास बना रहे.