Author: Central Desk
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ तुषार सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा आत्महत्या एशिया में होती है, जिसमें चीन के बाद भारत दूसरे नंबर पर है. व्यक्तियों के जीवन में आने वाली परेशानियां और उससे निपटने के तरीकों में जब असंतुलन होता है तो व्यक्ति आत्महत्या की ओर बढ़ने लगता है.
पदाधिकारियों ने बताया कि आरोपित मंत्री से सदस्यों का नाम व समिति का जायजा लेने पर वह भड़कते थे तथा कागजात दिखाने से इनकार कर देते थे. फर्जीवाड़ा की जानकारी तब हुई जब समिति के प्रबंधक रामप्रसाद, उपाध्यक्ष बलिराम प्रजापति ,महावीर, जितेंद्र व मनोज आजमगढ़ मंडल चिटफंड कार्यालय में जाकर द्वितीय पत्रवाली निकलवाए तो पता चला कि सभी सदस्यों का हस्ताक्षर फर्जी है.
शुक्रवार की शाम अचानक उनकी तबीयत खराब होने पर उनके परिजनों व मित्रों ने जिला चिकित्सालय बलिया में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह उनकी मौत हो गई. उनके अल्पायु में ही मौत की खबर सुनकर गांव तथा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. वे अपने मृदुल व्यवहार से गांव तथा क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे.
मनियर पुलिस द्वारा एलासगढ़ सरकारी ट्यूबेल के पास जाकर देखा गया तो दो व्यक्ति बैठे हुए थे जिनको चारों तरफ से घेरा मार कर पकड़ा गया तो एक व्यक्ति अंधेरा का फायदा उठाकर भाग गया व दूसरे व्यक्ति को पकड़ लिया गया। उसकी जमातलाशी ली गयी तो पास में रखी 04 बोरी में 25 पेटी 8 PM अवैध शराब बरामद हुई ।प्रत्येक पेटी में 48 पीस 180 ML अवैध अंग्रेजी शराब कुल 216 लीटर व पास में खड़ी एक अदद मोटर साइकिल के साथ अभियुक्त को हिरासत में लिया गया तथा बरामद माल व वाहन को पुलिस कब्जे में लेकर थाने लाकर आवश्यक कार्रवाई की।
लालगंज-रेवती मार्ग अंतर्गत बैरिया चिरैया मोड़ के पास लोहे के खंभे में करंट उतरने से एक सांड घटना स्थल ही मौत हो गई. वहां खेल रहे कुछ बच्चे सांड को बिजली के खंभे के पास गिरा देख कर उसके तरफ दौड़े लेकिन वहां मौजूद एक बुजुर्ग व्यक्ति स्थिति को भांप कर हो हल्ला कर यह कहते हुए रोका कि बिजली के खंभे में करंट उतर आया है. तुम लोग उसके पास ना जाओ.
पत्रक में बलिया जनपद के सूखाग्रस्त एवं बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों को चिह्नित कर वहां की समस्याओं के समाधान हेतु मांग की गई है. इसमें कहा गया है कि बलिया जनपद की भौगोलिक स्थिति ऐसी है की तीन तरफ से नदियों से घिरा हुआ है. नदियों के बाढ़ को रोकने वाले बंधे इतने पुराने और जर्जर हो चुके हैं कि इस जनपद के लोग प्रत्येक वर्ष बाढ़ की विभीषिका को झेलने को मजबूर हैं.
बलिया जनपद के संयोजक व द्वाबा संस्कृत प्रचार समिति महाविद्यालय बैरिया के प्राचार्य डॉ अरविंद राय ने बताया कि संस्कृत महाविद्यालय, माध्यमिक संस्कृत जूनियर हाई स्कूल,हाई स्कूल, इंटर कॉलेज, विद्या मंदिर, गुरुकुल, संगीत विद्यालय, महाविद्यालय, शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करेंगे.