- आश्रय स्थलों की व्यवस्था और निर्माण कार्य प्रगति की समीक्षा में डीएम ने दिए निर्देश
- ठंड से बचाव के कर लें जरूरी इंतजाम, बीमारी से मरने पर डॉक्टर जवाबदेह
बलिया: पशु आश्रय स्थल की व्यवस्था बेहतर बनाने और निर्माण की प्रगति को लेकर जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने सभी आश्रय स्थलों से जुड़ी जानकारी सीवीओ, ईओ और बीडीओ से ली.
उन्होंने पशुओं को ठंड से बचाव के जरूरी इंतजाम करने के लिए कहा. बैठक में बैरिया, सहतवार और मनियर नपं के ईओ के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण मांगा.
डीएम ने सभी बीडीओ, ईओ और सम्बंधित पशु डॉक्टर समेत विकास खण्ड नगरा और नवानगर के बीडीओ को विशेष रूप से चेताया. उन्होंने कहा कि हर आश्रय स्थल पर पर्याप्त चारा उपलब्ध होना चाहिए. बीमारी से जानवर मरेंगे तो डॉक्टर की जवाबदेही होगी.
उन्होंन स्पष्ट साफ किया कि फिर ऐसी घटना हुई तो कार्रवाई तय है. सभी बीडीओ को चेताया कि पंचायत सचिवों के भरोसे पशु आश्रय स्थल की व्यवस्था छोड़ दी है तो अब सम्भल जाएं. चरने के लिए बाहर निकल जाने की बात संज्ञान में आने पर कहा कि अस्थाई पशु आश्रय स्थल पर गेट की व्यवस्था क्षेत्र पंचायत से सुनिश्चित कर लें.
साथ ही, सभी एसडीएम और बीडीओ को समय-समय पर आश्रय स्थलों का दौरा करने के लिए कहा. उस दौरान चारा नहीं होने पर रिपोर्ट करने के लिए कहा ताकि जिम्मेदार पर कार्रवाई की जा सके. निरीक्षण के बाद हर आश्रय स्थल की रिपोर्ट हर 15 दिन पर देते रहें. डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि अभी हर आश्रय स्थल पर ही कहीं एक जगह पुवाल इकट्ठा करने के लिए कहा.
गुणवत्ता को लेकर निर्माण एजेंसियों को चेताया
जिलाधिकारी ने निर्माण एजेंसियों से कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता में कमी नहीं होनी चाहिए. मनियर में निर्माणाधीन आश्रय स्थल की बॉउंड्री वाल की गुणवत्ता पर सवाल करते हुए कहा कि अगर निर्माण खराब हुआ है तो उसे ठीक कर लें. दूसरी जगहों पर बन रहे आश्रय स्थलों का भी सम्बंधित एसडीएम निरक्षण करते रहें. कहीं कार्य खराब हो रहा है तो इसकी सूचना दें.
बैठक में एसपी देवेन्द्रनाथ, सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, एसडीएम (सिकंदरपुर) अन्नपूर्णा गर्ग, एसडीएम (रसड़ा) विपिन जैन, एसडीएम (सदर) अश्विनी श्रीवास्तव, एसडीएम (बेल्थरा) राजेश यादव, कृषि अधिकारी विकेश कुमार, ईओ व बीडीओ मौजूद थे.
गांवों को चुनकर हटवाएं सार्वजनिक भूमि से अतिक्रमण: डीएम
सदर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम श्रीहरि प्रताप शाही और एसपी देवेंद्र नाथ में जनता की समस्याएं सुनीं. इस दौरान कुल 180 समस्याएं आई जिनमें 25 का मौके पर निस्तारण कराया गया.
जिलाधिकारी ने शेष समस्याओं को संबंधित अधिकारियों को इस हिदायत के साथ सौंपा कि निस्तारण समयांतर्गत और पूरी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए.
डीएम ने तहसील के अधिकारियों को हर ब्लाक में पहले किसी एक गांव को चुनने के लिए कहा. उस गांव में चकरोड और अन्य सार्वजनिक स्थल पर अतिक्रमण को हटवाया जाए. अवैध कब्जे, अतिक्रमण या भूमि विवाद संबंधी मामलों के लिए पुलिस और राजस्व विभाग की एक संयुक्त टीम बनाने के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि अधिकांश समस्याएं थाना समाधान दिवस पर भी निपटाने का प्रयास करें. उन्होंने कहा कि अधीनस्थ कर्मचारी कोई भी रिपोर्ट मौका-मुआयना करने के बाद ही लगाएं. अधिकारियों से कहा कि अगर पहले की कोई शिकायत लंबित है तो उसे गंभीरता से देख लें.
इस मौके पर एसडीएम सदर अश्विनी श्रीवास्तव, तहसीलदार शिवसागर दुबे, नायब तहसीलदार जया सिंह समेत जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे.