‘द्वाबा के मनीषियों में एक थे कमलाकर मिश्र’

बैरिया: रामनाथ इण्टर कालेज मुरारपट्टी के प्रांगण में मंगलवार को पूर्व प्रधानाचार्य और समाजसेवी स्वर्गीय कमलाकर मिश्र की 92 वी जयन्ती सन्त शिरोमणि विनय जी ब्रह्मचारी जी की उपस्थिति में मनाई गई. कार्यक्रम पूर्व प्रधानाचार्य कमलाकर मिश्र और नैया बाबा के चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद शुरू हुआ.

ब्रह्मचारी जी के भगवन्नाम के उद्घोष के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ. मुख्य अतिथि माध्यमिक शिक्षा के जिलाध्यक्ष धर्मनाथ सिंह ने कहा कि द्वाबा की माटी ने कई मनीषियों को जन्म दिया है जिनमें से एक स्वर्गीय कमलाकर मिश्र थे.

उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मुरारपट्टी, राम दुलारी चिकित्सालय, सुंदरी देवी जूनियर हाईस्कूल चक्की नौरंगा, ज्ञान भारती स्कूल मझौवा, संवाद मंच बैरिया, स्वर्गीय मैनेजर सिंह लोक सेवा संस्थान जैसे दर्जनों सामाजिक संस्थान खुलवाये.

अवकाश के बाद उन्होंने लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए कस्तूरबा गांधी कॉलेज की स्थापना की और जीवन पर्यन्त इसमें अध्यापक और व्यवस्थापक रहे.

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माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण कांत पाण्डेय ने कहा कि मिश्र जी मधुर स्वभाव वाले थे. कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तरुण कुमार दुबे, सुधीर कुमार ओझा, संगीत के क्षेत्र में सुनीता पाठक और आशीष द्विवेदी सम्मानित किये गये. पूर्व में आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में अव्वल विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया.

इस दौरान सन्तोष चौबे, कृष्ण कुमार पाण्डेय, ललन तिवारी, राज नारायण सिंह, अरविंद राय, कामेश्वर सिंह, सुरेश सिंह आदि ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. संकल्प संस्था द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया.

अपराजिता संस्था की संस्थापिका और प्रसिद्ध भोजपुरी गायिका सुनीता पाठक ने ‘अंगनवा कागा बोले हो’, ‘जब जब पिया के आवन होइहे खनके मोर कंगनवा’, ‘गांव के गोएडवा घनी बगिया बीचे राह लागी’, ‘जगदम्बा घर दियारा बार अइनी हे’ गीत गाकर श्रोताओं का मन मोह लिया.

वहीं, शैलेन्द्र मिश्र द्वारा ‘लइकइया याद आवे कबो कबो’ पारंपरिक गीत गाकर सभी को मुग्ध कर दिया. अध्यक्षता सुधाकर मिश्र और संचालन राधेश्याम पाण्डेय ने किया.

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