बांसडीह/रेवती (बलिया)। सहतवार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा सिगही में शनिवार की रात रुपये के लेन देन के विवाद में एक युवक को गोली मारकर हत्या कर दी गयी. पुलिस ने रात्रि में ही शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए बलिया भेज दिया. पुलिस ने युवक के पिता के तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
सहतवार थाना क्षेत्र के कुसौरीकला निवासी राम किशोर सिंह ने सहतवार थाने में तहरीर दी है कि शनिवार के शाम सहतवार थाना क्षेत्र के सिगही निवासी सुदामा कुँवर के बेटे उनके घर उनके बेटे सन्तोष सिह (40वर्ष) से मिलने पहुंचे थे. पैसे की लेन देन को लेकर दोनों में वाद विवाद होने लगा. वहां आस पास व परिवार को लोग बीच बचाव कर किसी तरह मामले को सुलझा दिये.
थोड़ी देर बाद उनका बेटा सन्तोष सिंह अपने छोटे भाई पंकज के साथ किसी काम से मोटरसाईकिल से सहतवार जा रहा रहा था. रास्ते में उनके दोनो बेटों को रोककर सिगही निवासी सुदामा कुंवर के बेटे कमलेश कुंवंर अपने दरवाजे पर ले गए. वहां भी लेन देन को लेकर तकरार होने लगी. बात यहाँ तक बढी कि घर से कट्टा लाकर उनके बेटे के सीने मे गोली मार दी. इस वारदात में संतोष सिह की रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब घटना स्थल पर ही मौत हो गई. बड़े भाई को गोली लगते देख पंकज अपनी जान बचाकर किसी तरह वहां से भाग खड़ा हुआ. उसने घर पहुँचकर स्थिति बताई. सब लोग सूचना पाते ही घटना स्थल पर सिगही सुदामा कुँवर के दरवाजे पर पहुँचे. वहां सन्तोष सिंह की लाश पड़ी थी. उधर, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुँचे सहतवार थानाध्यक्ष अशोक यादव ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पूछ ताछ के लिए सुदामा कुवंर को पुलिस थाने पर ले आई. समाचार लिखे जाने तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी.
कुसौरी कला निवासी सन्तोष सिंह की हत्या से उनके घर के सभी लोग अवाक है. उन लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि अचानक यह घटना कैसे हो गई. परिवारवालों का रो रो कर बुरा हाल है. सन्तोष की लगभग दस वर्ष पहले शादी हुई थी. उसकी पत्नी मायके में है. लगभग 15 दिन पहले उसकी माँ आँख बनवाने के लिए नेपाल गयी है. वहीं पर अपने बेटे के पास रह रही है. सन्तोष का कोई बेटा नहीं है. सन्तोष 6 भाइयों मे तीसरे नम्बर पर थी. उसकी भाभी पिंकी का कहना है कि पहले से उसकी कोई दुश्मनी नहीं थी. शाम को सभी लोग साथ खाना खाए उसके बाद थोड़ा किसी बात को लेकर विवाद हुआ. रात में यह घटना हो गई. गाँव वालों का कहना है कि सन्तोष बहुत ही मिलनसार लड़का था. सन्तोष की मृत्यु की खबर से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.