मनियर, बलिया. स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी प्रासंगिक हैं. स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोत रहे है़ं. वह सिर्फ एक सन्यासी ही नहीं बल्कि वेदांत के प्रख्यात विद्वान एवं प्रभावशाली सद्गुरु थे. सरस्वती उनके कंठ में विराजमान थी.
उक्त बातें विद्यार्थी परिषद मनियर इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बुधवार को चांदू पाकड़ में स्थित कंचन क्लासेज पर स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा. उन्होंने कहा कि स्वामी जी हिंदू सनातन धर्म की ध्वज पूरे विश्व में लहराया. आज के युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है. पूर्व अध्यक्ष कंचन आनंद ने स्वामीजी के ईश्वर के प्रति आस्था एवं उनके जीवन के घटनाक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी जी के गुरु रामकृष्ण परमहंस थे जो काली के भक्त थे जिन की कृपा से स्वामी जी को ईश्वर का साक्षात्कार हुआ था. उनकी आध्यात्मिक क्षमता को देखते हुए अमेरिका के शिकागो में धर्म सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा गया था.
विद्यार्थी परिषद के जिला सह संयोजक शुभम प्रताप सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद स्वामी जी का जन्मदिन युवा दिवस के रूप में मनाता है. स्वामी जी ने पूरे विश्व में समरसता का बीज बोया था. स्वामी जी के जयंती के पूर्व संध्या पर भी कैंब्रिज स्कूल पर उनके चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया था.
कार्यक्रम में में प्रमुख रुप से आयुष खरवार, अमन सिंह, सोनू गुप्ता, विवेक, आकाश सिंह ,सत्यम कुमार ,आँशू, अतुल, अजीत, अरमान, अरबाज ,अंकुर ,खुशी ,मुस्कान, श्वेता, यतीन राज, मनु, सोनू ,सिद्धू ,अंकित, नंदलाल, सहित आदि मौजूद रहे.
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(मनियर संवादाता वीरेंद्र सिंह की रिपोर्ट)