जब तक किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होगी तब तक देश की प्रगति संभव नहीं

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किसान मसीहा देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर सीएम ने किया कोटि-कोटि नमन
देश के अन्नदाताओं का किसान दिवस पर किया सम्मान
लखनऊ. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजाद भारत में चौधरी जी ने स्पष्ट कर दिया था कि किसान कल्याण के लिए सरकार को काम करना जरूरी है क्योंकि देश के विकास का रास्ता खेतों और खलिहान से ही जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सक्रिय हैं और पूरे देश के राज्य सरकारों को ऐसा करने के लिए निर्देश दिए हैं.

कृषि लागत को कम करके उत्पादन बढ़ाने की नीतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस काम के लिए किसानों को सम्मानित करके उनका उत्साहवर्धन किया जा रहा है .धरती माता के बिगड़ते स्वास्थ्य को सुधारने के लिए सरकार ने हेल्थ कार्ड बनाया है .बताया कि मार्च 2017 में किसानों की कर्ज माफी करके उनको आर्थिक रूप से मजबूत किया गया. उनके खेतों में अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अनेक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं.

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की चर्चा करते हुए श्री योगी ने कहा कि अब तक 2 करोड़ 60 लाख किसानों का सम्मान निधि भेजकर सम्मानित किया गया है. देश प्रदेश में गेहूं एवं धान को युद्ध स्तर पर खरीदा जा रहा है. प्रदेश के 119 चीनी मिलों को पूरी क्षमता के साथ चलाया गया और सरकार को तथा इससे संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है कि प्रदेश में सभी चीनी मिले तब तक चलती रहेगी जब तक किसानों के खेतों में गन्ना का एक भी पौध खड़ा रहेगा. कहा कि गन्ना का उत्पादन बढ़ाने के लिए भी गन्ना विकास विभाग तत्पर है और इसका परिणाम सामने आने लगा है. उन्होंने कहा कि देश की समृद्धि के लिए कृषि विकास दर को दुगना करना पड़ेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में किसानों का बहुत बड़ा योगदान है. इसलिए कृषि विकास केंद्र एवं कृषि विज्ञान केंद्र की क्षमता बढ़ाई जा रही है. सरकार नेशनल नेचुरल फार्मिंग पर जोर दे रही है. किसानों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष मानसून देर से आया फिर भी किसानों ने अपनी कड़ी मेहनत से संतोषजनक उत्पादन किया. प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें लागत कम आती है. कहा कि गंगा के 27 तटवर्ती जनपदों में वैश्विक महामारी के समय भी किसान डट कर पैदावार किया और किसी को अन्न के अभाव में मरने नहीं दिया. प्रदेश में सब्जी एवं फल उत्पादन पर भी जोर दिया जा रहा है.
राष्ट्रीय किसान दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अलग-अलग फसलों के उत्पादन करने के लिए प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले किसानों को अंगवस्त्रम प्रशस्ति पत्र एवं नगद पुरस्कार से सम्मानित किया .उन्होंने गेहूं के उत्पादन के लिए श्रीमती नीलम देवी, चना के लिए विजय सिंह, मटर के लिए जयंती देवी, मसूर के लिए जावेद अली, राई सरसों के लिए लोटन सिंह, हरगोविंद बहादुर, मक्का के लिए नरेश सिंह, उर्द के लिए अरविंद कुमार, तिल के लिए श्रीमती कामिनी देवी, मशरूम के लिए श्रीमती निशा, बीज उत्पादन के लिए राजेंद्र प्रसाद, आम एवं आंवला उत्पादन के लिए रामगोपाल सिंह, जैविक खेती के लिए बलिया के रंगनाथ मिश्र, शिमला मिर्च के लिए पंकज कुमार सिंह को अंगवस्त्रम एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया. अधिक उत्पादन करने वाले प्रथम किसान को नगद ₹100000 द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले किसान को ₹75000 तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले किसान को प्रशस्ति पत्र के साथ ₹50000 का पुरस्कार प्रदान किया गया.
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि योगी जी का नेतृत्व ही है कि प्रदेश में अन्न सब्जी एवं फल का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने किसानों के दर्द को समझा और उनकी आय दोगुनी करने के लिए दिन-रात चिंतनशील हैं और प्रदेश सरकार ने इस दिशा में प्रयास भी किए हैं. उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री मोदी जी तथा प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व से ही कृषि का विकास संभव हो पा रहा है. जीडीपी प्रतिशत पिछले साढे 5 वर्षों में सम्मानजनक तरीके से बढ़ा है. मुख्यमंत्री ने ऐसी कृषि नीतियां तैयार किए हैं जिससे किसानों को सीधे लाभ पहुंच रहा है. उत्तर प्रदेश में खेती को मजबूत करके किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है. फसलों के उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में नंबर 1 पर है .उत्तर प्रदेश में दूध उत्पादन भी बढ़ा है.

इस मौके पर विभागीय अधिकारियों का स्वागत भी किया गया. इस मौके पर उद्यान मंत्री. उद्यान राज्यमंत्री, कृषि राज्य मंत्री, अपर मुख्य सचिव कृषि का स्वागत डॉ अमित ने किया. कृषि उत्पादन आयुक्त का स्वागत अनिल मुखर्जी ने किया .इस मौके पर बलिया से मसूर उत्पादन के लिए कृष्ण कांत पाठक को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार से सम्मानित किया गया. बलिया से तकनीकी सहायक अशोक कुमार दो दिवसीय कार्यक्रम में शामिल हुए. दोपहर बाद द्वितीय सत्र में किसानों की समस्याएं सुनने के बाद कृषि निदेशक विवेक सिंह ने उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में प्रयास करने का आश्वासन दिया. सभी लोगों ने करतल ध्वनि से कृषि निदेशक का स्वागत किया. संचालन मल्लिका एस अस्थाना तथा अर्चना सतीश ने संयुक्त रूप से किया. सम्मान समारोह में उत्तर प्रदेश सहकारी संघ के बलिया निवासी बाल्मीकि तिवारी भी मौजूद रहे.
लखनऊ से के के पाठक की विशेष रिपोर्ट