बैरिया. बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह और बीजेपी के ही बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की सियासी तकरार दिशा की बैठक के जरिये सामने आने के बाद – हर रोज आपसी राजनीतिक विरोध की नयी नयी परतें खुलने लगी हैं.
विधायक सुरेंद्र सिंह के विरोधी लामबंद होकर उनको तरह तरह से टारगेट कर रहे हैं. अब मुरली छपरा ब्लॉक के पूर्व प्रमुख कन्हैया सिंह ने भी बीजेपी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
विधायक सुरेंद्र सिंह पर बैरिया के पूर्व प्रधान शिवदयाल वर्मा की मूर्ति का अनावरण रोकने की कोशिश का आरोप खुल कर लगाया जाने लगा है. ये बात शिवदयाल वर्मा की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान भी उठा था, लेकिन सारी बातें संकेतों में ही हुईं.
यूपी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी कार्यक्रम में बाधा डालने को लेकर हुई चर्चा का जिक्र किया था और सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने भी. वीरेंद्र सिंह मस्त का कहना रहा कि जो रोड़ा बनने की कोशिश करते हैं उनका क्या हाल होता है सब जानते हैं.
बैरिया में एक चर्चा ये भी रही कि विवाद के चलते ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने मूर्ति अनावरण के कार्यक्रम से दूरी बना ली होगी. बाद में शिवदयाल वर्मा की पत्नी और नगर पंचायत अध्यक्ष शांति देवी ने मूर्ति का अनावरण किया था.
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विधायक सुरेंद्र सिंह का विरोधी गुट धीरे धीरे सक्रिय होने लगा है. कन्हैया सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार वर्मा मंटन, बैरिया के पूर्व प्रमुख राकेश सिंह, मुरलीछपरा के प्रमुख प्रतिनिधि बबलू राम के साथ घोषणा की कि वे लोग मिल कर अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे.
कन्हैया सिंह ने ये भी आरोप लगाया कि आंदोलन की धमकी देकर तहसील में अधिकारियों पर दबाव बनाया जाता है, लेकिन वे लोग आगे से ऐसा नहीं होने देंगे.
कन्हैया सिंह के आरोपों का काउंटर करते हुए विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि द्वाबा की जनता जानती है कि कौन लुटेरा है और कौन जनता का सेवक है. सुरेंद्र सिंह बोले, द्वाबा के लोग उनको भी जानते हैं और कन्हैया सिंह और उनके परिवार को भी.
सुरेंद्र सिंह ने चैलेंज किया है कि अगर निहित स्वार्थवश कोई गलत काम किये जाने को कोई साबित कर दे तो वो राजनीति छोड़ देंगे, वरना वो खुद साबित करें तो कन्हैया सिंह का परिवार राजनीति छोड़ दे.
(बलिया से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)