नदी के नीचे मेट्रो रेल लाइन जोड़ेगी हावड़ा और सियालदह को

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कोलकाता। भारत में नदी के नीचे चलने वाली पहली मेट्रो रेल लाइन का काम लगभग पूरा हो रहा है. इस प्रोजेक्ट पर साल 2009 से काम चल रहा है. उम्मीद की जा रही है कि 2021 में यह पूरी लाइन शुरू हो जायेगी. इसी लाइन पर भारतीय रेल के हावड़ा और सियालदह स्टेशन मौजूद होंगे. रेलवे को उम्मीद है कि साल 2035 तक रोजाना करीब 10 लाख लोग कोलकाता मेट्रो की इस लाइन का इस्तेमाल कर सकेंगे.

भारत में पहली बार नदी के नीचे ट्रांसपोर्ट टनल बनायी गयी है. यहां अप और डाउन लाइन पर दो सुरंगें बनायी गयी हैं. सुरंग को पानी के रिसाव से बचाने के लिए तीन स्तर के सुरक्षा कवच बनाये गये हैं. इस सुरंग में 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से मेट्रो ट्रेन चलेगी. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को ट्वीट किया कि भारतीय रेल के अंतर्गत कार्य करने वाली कोलकाता मेट्रो ने देश की पहली ऐसी ट्रांसपोर्ट टनल बनायी है जो नदी के अंदर से होकर गुजरेगी. यह टनल विश्व की सर्वोत्कृष्ट तकनीक से बनायी गयी है, शीघ्र ही इस पर यात्रियों के लिए रेल यातायात शुरू किया जायेगा.

Transport tunnels under Hooghly set a record. Kolkata Metro Rail Corporation (KMRC) completed the construction of India’s first set of underwater transportation tunnels. The two tunnels, 16.1 metres apart, with a diameter of 5.5 metres each, link the two banks of the Hooghly river — Howrah Maidan and Sealdah on one side with Kolkata on the other. The tunnels are at a depth of 13 metres below the riverbed, and 30 metres from the land surface.