समाज के सजग प्रहरी थे श्रीराम पाल मुखिया जी

पुण्यतिथि पर आयोजित की गई श्रद्धांजलि सभा

दुबहड़(बलिया)। संघर्षों के प्रतीक सामाजिक चिंतक रहे श्रीराम पाल मुखिया की प्रथम पुण्यतिथि उनके पैतृक गांव शिवपुर दियर नई बस्ती में शुक्रवार के दिन सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा के रूप में मनाई गई. सभा में उपस्थित सैकड़ो लोगो ने मुखिया जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश महासचिव अरविन्द गिरी ने कहा कि व्यक्ति रहे ना रहे लेकिन सदियों तक उसके कर्मों की गाथा गाई जाती है. श्रीराम पाल जी के समाज तथा क्षेत्र के लिए किए गए कार्य सदियों तक याद किए जाएंगे. उन्होंने समाज के उपेक्षित वर्ग की लड़ाई लड़ने के साथ ही कई सामाजिक विषमताओं को दूर करने की भी लड़ाई लड़ी.

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पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा कि श्रीराम पाल मुखिया जी किसी दल पार्टी में रहते हुए भी उनके विचार दलगत भावनाओं से ऊपर थे. हमेशा जनहित की समस्याओं के लिए संघर्ष किया करते थे. पूर्व मंत्री दयाराम पाल ने कहा कि मुखिया जी हमारे राजनीतिक जीवन के परम सहयोगी एव अभिन्न मित्र थे. उनके चिंतन और विचार बड़े उच्च कोटि के थे. जिसके कारण मैं इनके प्रत्येक परिवारिक कार्यक्रमों में भी लखनऊ से खिंचा चला आता हूं. मुखिया जी समाज के लिए एक आदर्श पुरुष थे. इस अवसर पर श्रीराम पाल मुखिया के पुत्र रविंद्र पाल एवं देवेंद्र पाल तथा उनकी पत्नी रामरती देवी ने लगभग पचास गरीब महिलाओं में कंबल का वितरण किया. इस अवसर पर क्षेत्र के कई गांव के लोगों ने श्रीराम पाल जी के जीवन चरित्र पर जमकर बखान करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर मुख्य रूप से विश्वनाथ पाल, रामजी गुप्ता, राजन कनौजिया, अजय शंकर यादव, गामा चौधरी, केडी सिंह प्रधान, विनोद दुबे, सुशील पांडेय, नरेंद्र, श्रीकांत गिरी, नगर सिंह, मनोज गिरी, दिनेश लाल यादव, विनोद सिंह, चंद्रशेखर सिंह, उमा चौधरी, उपेंद्र सिंह, मनोज कुशवाहा आदि लोग उपस्थित थे. इस दौरान मशहूर लोकगीत गायक विदेशी लाल यादव एव राकेश गिरी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. अध्यक्षता उमा चौधरी तथा संचालन धनजी यादव ने किया.

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