जिला लेखा प्रबंधक संग चार प्रभारियों पर कार्रवाई

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में योजनाओं की खराब प्रगति पर डीएम ने जताई नाराजगी

सवाल किया, पर्याप्त धन खर्च होने के बाद भी सुधार क्यों नहीं

बलिया। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने रविवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में एनएचएम के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा की. खराब प्रगति के मामले में नीचे से चार ब्लॉक के प्रभारियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जिला लेखा प्रबंधक विवेक श्रीवास्तव की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार नहीं होने की दशा में एनएचएम के एमडी को कड़ा पत्र लिखवाने की बात कही. उन्होंने सीएमओ डॉ एसपी राय से सवाल किया कि आखिर पर्याप्ता धन खर्च होने के बाद भी सुधार क्यों नहीं हो रहा. कहा प्रभारी चिकित्साधिकारियों का कुशल नेतृत्व काफी हद तक योजनाओं की प्रगति में सुधार ला सकता है. लेकिन इसमें साफ कमी दिख रही है. बताया कि आयुष्मान भारत और टीकाकरण अभियान समीक्षा खुद मुख्यमंत्री जी कर रहे हैं. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इन दोनों कार्यक्रमों की हर हफ्ते समीक्षा होगी. जहां स्थिति खराब होगी वहां के प्रभारी चिकित्साधिकारी के साथ क्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजरों की भी जवाबदेही तय होगी. सुधार नहीं होने की दशा में कार्रवाई का दौर शुरू होगा. कर्मियों की समस्या संज्ञान में लाने पर कहा कि इन योजनाओं में आशा, एएनएम व ऑपरेटर की ज्यादा जरूरत है, जो हर जगह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं. पीएचसी-सीएचसी स्तर की सभी समस्याओं का निदान कराने का निर्देश सीएमओ को दिया.

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ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजरों की डिग्री का होगा सत्यापन

जिलाधिकारी ने कहा कि एनएचएम के तहत ब्लॉकवार तैनात सभी ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजरों की डिग्री का सत्यापन कराया जाएगा. कार्य करने में अक्षम बीपीएम किसी भी हालत में सेवा में नहीं रह पाएंगे. दरअसल, जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने सीयर ब्लॉक की बीपीएम को खड़ा कराकर कुछ साधारण सवाल किए. जवाब नहीं दे पाने पर उनकी डिग्री से संबंधित पूछताछ की. इसके बाद उन्होंने कहा कि विभागीय कार्य को ठीक ढंग से करने में अक्षम ऐसे संविदा कर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. जहां की प्रगति खराब हो, वहां के बीपीएम को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की जाए. सुधार नहीं होने की दशा में उनकी सेवा समाप्ति का प्रस्ताव रखा जाए. बैठक में सीएमओ डॉ एसपी राय, एसीएमओ डॉ हरपाल सिंह, डीसीपीएम अजय पांडेय समेत सभी एमओवाईसी व बीपीएम मौजूद रहे.