क्रांति के महानायक अमर शहीद मंगल पांडेय के गांव से निकली सेनानी सम्मान पदयात्रा

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दुबहड़ (बलिया)। अगस्त क्रांति के ऐतिहासिक महीने में स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान में पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने जंगे आजादी के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद मंगल पांडे के पैतृक गांव नगवां से गुरुवार के दिन जयप्रकाश नगर तक की पदयात्रा का शुभारंभ किया.
इस अवसर पर मौजूद सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा कि आजादी के इतने बड़े महापुरुष शहीद मंगल पांडेय की धरती पर आकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. यह वह धरती है जहां की चिंगारी से ब्रिटिश हुकूमत का पूरा साम्राज्य जलकर खाक हो गया था. लेकिन दुर्भाग्य है कि आजाद होने की इतने वर्ष बाद भी स्वतंत्रता संग्राम के महानायक के पैतृक गांव का स्मारक आज अत्यंत जर्जर अवस्था में है.

उन्होंने बलिया के अगस्त क्रांति के उन तमाम शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आज समूचा देश स्वतंत्रता संग्राम के सभी सेनानियों का ऋणी है. जिनके कुर्बानी के बदौलत हमें यह आजादी मिली है. जिसमें हमारा देश आज फल-फूल रहा है. इसकी रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है. कहा कि बलिया के ऐतिहासिक और गौरवान्वित करने वाला इतिहास हमारा सिर पूरे विश्व में ऊंचा करता रहता है. जिसे अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आगे आने वाली पीढ़ी को भी हमेशा प्रयत्न करना होगा. इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगवां के प्रधान प्रतिनिधि विमल पाठक ने सेनानी सम्मान पदयात्रा में आए सभी लोगों का स्वागत किया और कहा कि नगवा की मिट्टी के उपजे मंगल पांडे 1857 में देश के लिए बलिदान देकर अन्याय के खिलाफ जो चिंगारी जलाने का काम किया वह आज भी इस गांव में कायम है. जब भी इस देश को जरूरत पड़ेगी इस गांव और इलाके के हजारों नौजवान देश के लिए बलिदान होने को हमेशा अपने आपको तैयार रखते हैं. इस मौके पर मुख्य रुप से पूर्व प्रधान चंद्र कुमार पाठक, अरविंद कुमार शुक्ल, अजीत मिश्रा, केके पाठक, श्रीप्रकाश श्रीवास्तव, विजय नारायण, नागेंद्र सिंह, अरविंद सिंह, चंद्रशेखर पांडेय, त्रिलोकी सिंह, भूपेंद्र सिंह, रविंद्र पुष्पक, रोहित, नथुनी सिंह, पप्पू सिंह, नरेंद्र श्रीवास्तव, गीता, श्रवण सिंह आदि लोग रहे.