अपहरण मामले में देवरिया जिला पंचायत अध्यक्ष गिरफ्तार

25 दिनों से चल रहा था फ़रार, नेपाल से भारतीय सीमा में आते ही हुई गिरफ्तारी

दीपक अपहरण काण्ड का मुख्य आरोपी है रामप्रवेश यादव

पुलिस ने रखा था 25 हजार का इनाम, गठित की थी चार टीमें

महाराजगंज। दीपक अपहरण काण्ड का मुख्य आरोपी जिला पंचायत अध्यक्ष देवरिया को स्वाट टीम ने नेपाल की सीमा से भारतीय सीमा में प्रवेश के दौरान ठूठीबारी स्थित बस स्टैण्ड से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस जिला पंचायत अध्यक्ष को किसी थाने पर रख पूछताछ में लगी हुई है . अध्यक्ष को गिरफ्तार करने के लिए एसपी ने चार टीमों को लगाया था. अध्यक्ष की गिरफ्तारी की पुष्टि एसपी रोहन पीकनय ने की है.

दीपक मणि अपहरण कांड में जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव उर्फ बबलू का नाम आने के बाद से ही वह फरार हो गया . फ़रार होने बाद से ही शासन का ऐसा दबाव पड़ा कि एसपी ने अध्यक्ष की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित कर उसकी धरपकड़ के लिए अभियान तेज़ कर दी. शुरू से ही ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि संभवतः वह नेपाल में शरणागत होगा. इसी संभावना को लेकर स्वाट टीम भारत-नेपाल की सीमा पर अपनी निगहबानी तेज कर दी जिसका नतीजा निकला कि उसे शनिवार को उस समय ठूठीबारी बस स्टैंड पर दबोच लिया गया जब वह कही जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा था. देवरिया पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपए की घोषणा कर रखी थी. पुलिस को दो दिन पहले रामप्रवेश यादव का लोकेशन नेपाल में मिला था.

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

क्या है आखिर पूरा मामला…

मामला है जमीन रजिस्ट्री का, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष पर आरोप है कि देवरिया खास निवासी दीपक उर्फ पीयूष मणि का उसने अपहरण कर जबरन जमीन बैनामा करा लिया. इस बात का खुलासा 1 मई को पुलिस ने किया. खुलासे के दिन ही पुलिस ने उक्त मामले से सम्बंधित चार लोगों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था. उपनिबंधक फूलचंद यादव सहित करीब आधा दर्जन कर्मचारियों को भी पुलिस ने उक्त आरोप में सहभागी होने के कारण जेल भेज दिया था. मामला अब हाई प्रोफाइल बनता देख जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव उर्फ बबलू मौका मिलते ही फ़रार हो गया. उसके फरार होने के बाद से ही पुलिस पर दबाव बढ़ गया और पुलिस अधीक्षक देवरिया को अध्यक्ष की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें गठित करनी पड़ी . पुलिस ने पहले उसकी जानकारी या गिरफ्तारी के लिए 10 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया पर जब कुछ दिनों तक जानकारी मुहैया नहीं हो सकी तो राशि को बढ़ा 25 हजार रुपए कर दिया गया. अध्यक्ष के फ़रार होने के बाद से ही ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि वह मित्र राष्ट्र नेपाल के कही सीमावर्ती क्षेत्र में छुपा हुआ है. दिन बृहस्पतिवार को उसका लोकेशन ट्रेस करने पर पता चला कि वह ठूठीबारी के आसपास नेपाल सीमा में छुपा है फिर क्या था , स्वाट टीम ने भारत-नेपाल की सीमा पर अपनी निगहबानी तेज कर दी और स्वाट टीम को दिन शनिवार को क़ामयाबी भी मिल गई . अध्यक्ष ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट की शरण ली थी, लेकिन शुक्रवार को हाईकोर्ट में उनकी याचिका खारिज हो गई. कोर्ट ने उन्हें सरेंडर करने का निर्देश दिया था.

जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव उर्फ बबलू को स्वाट टीम ने ठूठीबारी से गिरफ्तार किया है. टीम नेपाल से ही अध्यक्ष के पीछे लगी हुई थी. वह पिछले 24 दिनों से फरार चल रहा था. उसके ऊपर 25 हजार का इनाम भी घोषणा किया गया था : रोहन पी.कनय, एसपी, देवरिया