पूर्व मन्त्री ने पत्रकार वार्ता में गिनाया एक एक मामला, किया आर पार के संघर्ष का ऐलान
सिकन्दरपुर(बलिया)। पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी ने शुक्रवार को पत्र प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि बलिया जनपद में तहसील सिकंदरपुर भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है. 2 मई को लखनापर ग्राम सभा मेंं एसडीएम खुद सीओ और थानाध्यक्ष को लेकर कब्जा दिलाने गये. बर्बरता यहीं तक नहीं रही पुलिस बिना महिला पुलिस बल के घर की महिलाओं को यहां तक कि घर मेंं उपस्तिथ छोटे बच्चों तक को नहींं छोड़ा. 90 वर्ष की वृद्ध महिला को बहुत बुरी तरीके से मारा पीटा और उसके बाद थाने में लाकर प्रताड़ित किया और 90 वर्ष के वृद्ध महिला पर 307 और 308 जैसे संगीन अपराधिक धाराओं में चालान भी किया. आरोप लगाया कि एसडीएम सिकंदरपुर थाने में जाकर रात में अवधेश तिवारी और उनकी बूढ़ी मां को लाठियां बरसाई. जिससे दोनों की तबीयत बिगड़ गई.
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कहा कि यह आजाद भारत मेंं पहली नजीर है कि एसडीएम द्वारा वृद्ध और असहाय महिला के साथ इस तरह व्यवहार किया गया. तहसील और थाने भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर बन गए हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि 2 मई को खरीद निवासी बूढ़ा यादव को भी पुलिस फर्जी मुकदमे में गिरफ्तार कर ली. कोदई गांव के निवासी राम सोच शर्मा का उत्पीड़न किया जा रहा है. उसकी अपनी जायज जमीन पर मकान नही बनने दिया जा रहा है. वहींं दादर गांव में हरिजन समाज के लोगोंं को बेदखल किया जा रहा है. बीजपी के भ्रष्टाचार और महिला सुरक्षा तथा इनका दलित प्रेम सब एक स्वांग है. प्रशासनिक अधिकारी भी कुछ लोगो के इशारों पर जन सरोकार भुला कर किसी राजनीति दल के एजेंट की तरह कार्य कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी मामले की गंभीरता से लेते हुए आर-पार की लड़ाई प्रशासनिक अधिकारी तहसील और थाने के खिलाफ लड़ेगी. इसके लिए आपात बैठक दिनांक 6 मई सिकंदरपुर डाक बंगले पर 11 बजे बुलाई गई है. जब तक अवधेश तिवारी को न्याय नहीं मिलेगा और दर्ज फर्जी मुकदमे वापस नहीं लिया जाएगा. 13 तारीख से बेमियादी धरना प्रदर्शन सिकंदरपुर तहसील पर किया जाएगा.