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कक्कर घटा खास गांव में होली पर सन्नाटा, आग ने छीन ली खुशियाँ
बांसडीह(बलिया)। क्षेत्र के कक्कर घटा खास गांव के बिंद बस्ती निवासी बालेश्वर बिंद के घर से बुधवार की रात अज्ञात कारणों से लगी आग ने जमकर तांडव मचाया. बिंद बस्ती के 4 दर्जन परिवारों के सैकड़ों रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गईं.
सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड व ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया. आग में आधा दर्जन मुर्गियों सहित नगदी जले.
बताया गया कि उक्त गांव के बस्ती के लोग खाना खाने के बाद सोए थे. बगल के गांव में आई बारात में गांव के अधिकांश पुरुष नाच देखने चले गए थे. आधी रात के लगभग बालेश्वर के दरवाजे पर रखे खरपतवार में आग पकड़ ली, तथा उनके रिहायशी मकान में आग लग गई. आग की तपिश महसूस होने पर घर की महिलाएं जगी और हो हल्ला मचाया. आस पास की महिलाएं कुछ समझ पाती तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. देखते देखते रामलाल, राजमंगल, शिवजी, श्रीकृष्ण, हरेराम, शंकर, मकुरधन, सुदामा, राजिंदर, प्रदूषण, जितेंद्र, लल्लन, बासुदेव, परशुराम, अजय, रामजी, भुनेश्वर, राजकुमार, शारदा देवी पत्नी लल्लन, श्री भगवान, संतोष, मोहन, नंदलाल, सरल, शिवनाथ, संजय, मीरा देवी पत्नी सौदागर, उषा पत्नी रामवृक्ष, सत्येंद्र, व्यास कुमार आदि लोगों की रिहायशी घरों को अपने आगोश में लिया. पहुंचे लोग आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन आग के विकराल रूप धारण करने के कारण एक न चली और उनके आखों के सामने खाने-पीने का सारा सामान गहने और नगदी सब कुछ जलकर राख हो गया. आग की चपेट में आने से उर्मिला देवी की 3 मुर्गियां व मीना देवी की 4 मुर्गियां तथा सोहन का 10 हजार रूपए नगद जलकर राख हो गया.
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सूचना पर पहुंची अग्निशमन दस्ता व ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद जैसे तैसे आग पर काबू पाया गया. पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गये हैं.
गुरुवार की सुबह सूचना पर पहुंचे तहसीलदार मुकेश कुमार सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल संजय राम पहुंच कर नुकसान का आकलन करने में जुटे. ग्राम प्रधान रामाशंकर यादव द्वारा पीड़ित परिवारों को भोजन की व्यवस्था कराई गई है. कई और भी नेता, जनप्रतिनिधि व समाजसेवी टाइप के लोग मौके पर पहुंच कर पीड़ितों को सान्त्वना देकर सरकार से तत्काल सहायता पहुंचाने की मांग किए.