सिकन्दरपुर (बलिया)। सिकन्दरपुर तहसील अंतर्गत रुद्रवार नहर में विगत कई सालों से पानी न आने के कारण किसान परेशान है. इस महंगाई के इस जमाने मे उन्हे दूसरों के ट्यूबेल से 120 रुपये प्रति घण्टे की दर से पानी लेकर खेती करनि पड़ रहा है.
ज्ञात हो कि इस नहर से दर्जनों गांवो के किसान लाभान्वित होते हैं. बावजूद इसके अधिकारी किसानों के तरफ कोई ध्यान नही दे रहे हैं. जिसको लेकर किसानों में आक्रोश है. किसानों का कहना है कि सरकार किसानों को लाभ देने की बात तो कर रही है, लेकिन उनके मूलभूत सुविधाओं को किसानों तक पहुंचाने का जिम्मा राम भरोसे छोड़ दिया है. जिससे किसान इस महंगाई के जमाने में परेशान है.
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इस संबंध में ऊसुरी गांव के किसान उमेश यादव ने बताया कि सरकार केवल किसानों के लाभ की बात कागजों और बयानबाजी में ही कर रही है. नहर में पानी आए कि नहीं आए इससे उससे कोई मतलब नहीं है. रानीपार गांव निवासी किसान पवन राय ने बताया कि इस नहर की पानी तो दूर की बात आज तक सफाई विगत कई सालों से नहीं हुई है. जबकि कागजों में इस नहर की सफाई कर पैसे का बंदरबांट अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा कर दिया जाता है. जबकि जमुई गांव निवासी गजेन्द्र नाथ पाठक ने कहा कि किसानों को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है. नहर में पानी अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है. इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर राजेश कुमार यादव ने कहा कि नहरो में पानी के लिए बिभाग को पत्र लिखा जा रहा है. जल्द ही किसानो को लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा.