आक्रोश : पीजी कालेज दुबेछपरा के छात्रों ने फूंका संजय लीला भंसाली का पुतला

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फिल्म पर रोक व निर्माता निर्देशक पर कार्यवाही की मांग

मझौवां (बलिया)। पीजी कालेज दुबेछपरा में छात्रों ने पद्मावती फिल्म के निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली का पुतला दहन किया. केन्द्र सरकार व सेंसर बोर्ड से इस फिल्म पर रोक निर्माता निर्देशक पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. छात्र नेताओं का कहना था कि राजस्थान चित्तौड़ की प्रसिद्ध राजपूत रानी पद्मिनी उर्फ पद्मावती जो रतन सिंह उर्फ भीम सिंह की पत्नी थी. इस फ़िल्म में दिल्ली सल्तनत के तुर्की शासक अलाउद्दीन खिलजी का 1303 ई. में चित्तौड़गढ़ के दुर्ग पर आक्रमण को भी दर्शाती है. जिसके इतिहास के साथ छेड़छाड़ के विरोध में एक आवश्यक बैठक की गयी. जिसके बाद छात्रों व छात्र नेताओं ने फ़िल्म निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली का पुतला दहन किया. सभी छात्रों ने एक सुर में ही फ़िल्म पर रोक व निर्माता निर्देशक पर कानूनी कार्यवाही करने की केन्द्र सरकार व सेंसर बोर्ड से मांग की. बैठक के दौरान पूर्व अध्यक्ष अभिनव उर्फ चिराग सिंह ने कहा कि रानी पद्मावती एक विरागंना थीं. जिसने अपने साथ राज्य की समस्त दासियों के साथ जौहर कर राजपूतों की लाज रखी. पूर्व महामंत्री अंशुमान प्रताप सिंह ने कहा कि महापुरुष और वीरांगनाएं किसी एक जाति की नहीं होती है, अपितु पूरे धर्म व देश की आत्मसम्मान होती है. इसी क्रम में आनंद सिंह ने कहा कि इस फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने में विदेशियों का हाथ है. इस मौके पर रोशन दुबे, विवेक सिंह, दीपेंद्र तिवारी, विकी पांडेय, मोनू तिवारी, मोनू मिश्रा मुख्य रुप से आदि उपस्थित रहे.